ग्रामीण क्षेत्र के बीएसएनएल उपभोक्ताओं की परेशानी जल्द हो सकती है दूर
ग्रामीण क्षेत्र के बीएसएसनएल मोबाइल टॉवरों पर सोलर पैनल लगाया जाएगा। बिजली जाने के बाद भी नेटवर्क नहीं पड़ेगा कमजोर
नई दिल्ली, प्रेट्र। बीएसएनएल की मोबाइल इंटरनेट सेवा में सुधार सरकार की प्राथमिकता में है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र के ढांचे में जल्द ही सुधार देखने को मिल सकता है। सभी ग्रामीण क्षेत्र के टाॅवर सोलर पैनल से लैस किए जाएंगे। जिससे बिजली जाने के बाद भी काम करना बंद न करे।
राज्यसभा सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्र में बीएसएनएल की खराब सेवाओं पर चिंता जताई थी। शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया कि घाटे में चल रही बीएसएनएल की हालत सुधारने के लिए सरकार प्रयासरत है। सेवाओं में सुधार और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कई नए टाॅवर लगाए जाएंगे। देश में जहां कुल मोबाइल टॉवरों की संख्या 4.61 लाख है, वहीं बीएसएनएल के 66771 मोबाइल टॉवर हैं। सरकार ने बीएसएनएल के मोबाइल टॉवर लगाने के लिए एक अलग कंपनी की मंजूरी दे दी है। जिस पर बीएसएनएल का ही स्वामित्व होगा। बीएसएनएल की यह सहायक कंपनी अपनी संपत्ति का इस्तेमाल कर वित्तीय लाभ और स्थिरता हासिल कर सकती है।
उन्होंने बताया कि बीएसएनएल ने 4जी सेवा प्रदान करने के लिए भी प्रस्ताव दिया है, जिसका अभी परीक्षण चल रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं में लगातार सुधार हो रहा है। 2011 में 53 हजार गांव थे जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं थी। यह संख्या घटकर अब 30 हजार हो गई है। उन्होंने बताया कि हमने राज्य सरकारों से भी कहा है कि ऐसे गांवों को चिन्हित करें जो अभी तक इंटरनेट से कनेक्ट नहीं हो सके हैं। जिससे उन सभी गांवों तक सेवाएं पहुंचाई जा सकें।