कोलकाता: मर्चेंट नेवी जहाज में लगी थी आग, जांच में ये अहम बात आई सामने
बंगाल की खाड़ी में एक व्यापारिक जहाज एमवी एसएसएल कोलकाता में भीषण आग लग गई, जिससे हड़कंप मच गया। अब इसकी जांच में नए तथ्य सामने आ रहे हैं।
कोलकाता (जेएनएन)। बेगाल की खाड़ी में मर्चेंट नेवी जहाज में पिछले दिनों आग लग जाने का मामला सामने आया था। जहाज में आगजनी की घटना के बाद से ही इसकी जांच शुरू कर दी गई थी। जांच में इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि घटना के पहले पूर्वी नौसेना कमांड के कमांडर-इन-चीफ ने सुंदरबन डेल्टा की तरफ बढ़ रहे जहाज को किसी भी कीमत पर रोकने का निर्देश दिया था ताकि जहाज के उच्च तापमान के कारण किसी भी तरह से आपदा से बचा जा सके। इसके लिए जहाज को किनारे लगाने का भी निर्देश दिया गया था।
जिसके बाद, विशाखपनम से एक सीकिंग 42 सी हेलीकॉप्टर और डोर्नियर विमान को गोताखोरों समेत एक कोर टीम के साथ कालीकांडा एयरबेस पर भेजा गया। इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल के नौसेना अधिकारी-प्रभारी ने डीजी शिपिंग, आईसीजी, केओपीटी, जहाज मालिकों, एजेंटों और साल्वेज विशेषज्ञों को इस घटना की जानकारी दी।
SSL कोलकाता में आग लगने से मचा था हड़कंप
हल्दिया पोर्ट से करीब 60 नॉटिकल मील (करीब 111 किलोमीटर) दूर बंगाल की खाड़ी में व्यापारिक जहाज एमवी एसएसएल कोलकाता में भीषण आग लग गई, जिससे हड़कंप मच गया। कोस्ट गार्ड की टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू करते हुए जहाज पर सवार चालक दल के 22 सदस्यों को बचा लिया। हालांकि, जहाज का 70 फीसद हिस्सा जल चुका था। उक्त जहाज पर 464 कंटेनर लदे थे।
भारतीय तटरक्षक बल को मिली तो उसने अपने जहाज 'राजकिरण' को फौरन राहत एवं बचाव कार्य के लिए रवाना किया। तटरक्षक बल का जहाज सुबह आठ बजे व्यापारिक जहाज के नजदीक पहुंचा। तब तक एमवी एसएसएल कोलकाता के 70 फीसद हिस्से में आग फैल चुकी थी। तेज हवा के चलते आग तेजी से फैलती गई। इसके बाद जहाज के कैप्टन ने उसको छोड़ने का फैसला किया। तटरक्षक बल ने अभियान चलाकर सभी 22 चालक दल के सदस्यों को सफलतापूर्वक जहाज से निकाल लिया।
विस्फोट की वजह से लगी आग
हादसे का शिकार हुआ जहाज एक कंटेनर कैरियर था और कृष्णापट्टनम से 22 क्रू मेंबर्स के साथ कोलकाता के लिए रवाना हुआ था। बताया जाता है कि एक कंटेनर मे ब्लास्ट होने के बाद आग लग गई और फिर यह आग 60 कंटेनर्स तक फैल गई। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी और जहाज का क्रू भी आग को बुझाने में नाकाम साबित हो रहा था।