स्पुतनिक-5 व कोविशील्ड को मिलाकर खुराक देने की तैयारी, एक्सपर्ट को और अधिक कारगर होने की उम्मीद
कोविशील्ड और स्पुतनिक-5 वैक्सीन के निर्माताओं ने अपनी-अपनी वैक्सीन के 90 फीसद से अधिक प्रभावी होने का दावा किया है। ऐसे में दोनों ने अब इनकी मिश्रित खुराक के परीक्षण की घोषणा की है। एक्सपर्ट मानते हैं कि इससे वैक्सीन और प्रभावी हो जाएगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड परीक्षण के दौरान 70-90 फीसद तक प्रभावी पाई गई है, जबकि स्पुतनिक-5 के 92 फीसद प्रभावी होने का दावा है। दोनों ही वैक्सीन के निर्माताओं ने अब इनकी मिश्रित खुराक के परीक्षण की घोषणा की है। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इससे वैक्सीन और प्रभावी हो जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो इसका लाभ भारत को भी मिलेगा, क्योंकि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन देश के लिए बड़ी उम्मीद के रूप में सामने आई है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इसके उत्पादन की शुरुआत भी हो चुकी है।
जल्द शुरू होगा परीक्षण
रूसी एजेंसी आरडीआइएफ ने बताया कि मौजूदा वर्ष के अंत तक परीक्षण की शुरुआत हो जाएगी। दोनों वैक्सीन को मिलाकर नए प्रकार की वैक्सीन तैयार करने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है कि तीसरी वैक्सीन स्पुतनिक-5 व कोविशील्ड से ज्यादा प्रभावी होगी। एस्ट्राजेनेका ने भी शुक्रवार को मिश्रित खुराक के परीक्षण की घोषणा की है।
दोनोें वैक्सीन का आधार एक
कोविशील्ड व स्पुतनिक-5 दोनों ही कॉमन कोल्ड वायरस पर आधारित हैं। इनमें नुकसान न पहुंचाने वाले एडेनोवायरस का इस्तेमाल किया गया है, जो कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए कोशिकाओं को प्रोटीन के निर्माण का निर्देश देते हैं। इबोला वायरस की वैक्सीन में भी इसका प्रयोग किया जा चुका है। इसलिए, दोनों ही कंपनियों को उम्मीद है कि इनका मिश्रित प्रयोग निश्चित तौर पर ज्यादा सफल होगा। एस्ट्राजेनेका ने एक बयान में कहा है कि जल्द ही गैमेलिया इंस्टीट्यूट की वैक्सीन स्पुतनिक-5 के साथ परीक्षण किया जाएगा। ब्रिटेन में कोविशील्ड के आपातकालीन इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है, जबकि अमेरिका में इसका परीक्षण जनवरी तक खत्म हो जाएगा। रूस में स्पुतनिक-5 प्रयोग में है।
अगले साल शुरू होना था परीक्षण
रूसी एजेंसी आरडीआइएफ प्रमुख किरिल दमित्री ने एक बयान में कहा कि स्पुतनिक-5 के दो में से एक वेक्टर का इस्तेमाल करते हुए एस्ट्राजेनेका द्वारा क्लीनिकल ट्रायल शुरू किए जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। इससे जहां वैक्सीन के ज्यादा प्रभावी होने की उम्मीद है, वहीं दूसरी कंपनियों को भी प्रेरणा मिलेगी। हालांकि, ब्रिटेन के वैक्सीन टास्क फोर्स प्रमुख कैट बिंघम पहले कहा था कि विभिन्न प्रकार की वैक्सीन का साझा प्रयोग अगले साल से शुरू किए जाने का विचार है।
स्पुतनिक-5 को भी होगा फायदा
भले ही रूस में स्पुतनिक-5 का इस्तेमाल शुरू हो गया हो, लेकिन अभी उसे वैश्विक तौर पर स्वीकार नहीं किया गया है। एस्ट्राजेनेका के साथ प्रयोग की साझेदारी से स्पुतनिक-5 को कम से कम ब्रिटेन जैसे महत्वपूर्ण देश में स्वीकार्यता मिलने की उम्मीद है। खासकर तब जबकि पश्चिमी देशों के कुछ विज्ञानी स्पुतनिक-5 के इस्तेमाल पर चिंता जता चुके हैं।