Move to Jagran APP

पाक से भारत आए प्रताड़ित लोगों का छलका दर्द, वहां पाकिस्तानी नहीं समझा गया; यहां नहीं मान रहे हिंदू

सात साल पहले पाकिस्तान में अपना घर नौकरी व रिश्तेदारों को छोड़कर हिंदुस्तान आए सैकड़ों परिवारों का दर्द कम तो हुआ है लेकिन अब भी खत्म नहीं हुआ।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 11:08 PM (IST)Updated: Mon, 23 Dec 2019 11:27 PM (IST)
पाक से भारत आए प्रताड़ित लोगों का छलका दर्द, वहां पाकिस्तानी नहीं समझा गया; यहां नहीं मान रहे हिंदू
पाक से भारत आए प्रताड़ित लोगों का छलका दर्द, वहां पाकिस्तानी नहीं समझा गया; यहां नहीं मान रहे हिंदू

शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। पाकिस्तान में असहनीय प्रताड़ना के चलते भारत में शरण लेने वाले लोग जब आपबीती सुनाते हैं तो उनका दर्द आंसू बनकर छलक जाता है। वे कहते हैं- वहां हमें पाकिस्तानी नहीं समझा गया और यहां हिंदू नहीं माना जा रहा है। हिंदुस्तान हमें अपने घर जैसा लगता है। यहां शांति है, सुकून है। केंद्र की मोदी सरकार ने हमारे लिए भगवान जैसा काम किया है। तौहीन ए रिसालत कानून पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए काल बन गया है।

loksabha election banner

सात साल पहले पाकिस्तान में अपना घर, नौकरी व रिश्तेदारों को छोड़कर हिंदुस्तान आए सैकड़ों परिवारों का दर्द कम तो हुआ है, लेकिन अब भी खत्म नहीं हुआ। वे दुखी हैं कि वहां उन्हें पाकिस्तानी की बजाय हिंदू मानकर प्रताड़ित किया गया। अब हिंदुस्तान आए हैं तो उन्हें हिंदू की बजाय पाकिस्तानी कहा जाता है।

नागरिकता संशोधन कानून से हैं काफी खुश

हालांकि, केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से वे काफी खुश हैं। 75 वर्षीय देवराज माहेश्वरी व रामजी भाई माहेश्वरी बताते हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ बहुत घटिया बर्ताव किया जाता है। किशोरियों व युवतियों को मदरसों से जुड़े लड़के उठा ले जाते हैं। कुछ दिनों बाद आकर बता देते हैं कि लड़की ने इस्लाम कुबूल करते हुए शादी कर ली है।

विगत कुछ वर्षो में सात हजार से ज्यादा हिंदू लड़कियों के अपहरण हुए हैं। कोई लड़की अदालत में हिम्मत जुटाकर इस्लाम कुबूल न करने की बात कह भी दे तो उसे दारूल ए उलूम भेजकर प्रताडि़त किया जाता है। यही नहीं, वहां सामूहिक धर्म परिवर्तन भी कराया जाता है। सरकार, पुलिस, सेना व कट्टरपंथी संगठनों ने मिलकर अल्पसंख्यकों का जीना हराम कर दिया है।

तौहीन ए रिसालत कानून से पाक में हिंदुओं पर बढ़े अत्याचार

सिंध में पत्रकार रहे डॉ. प्रताप राय गोयल व डॉ. भगीरथ दाफडा बताते हैं कि पाकिस्तानी सरकार ने कुछ साल पहले तौहीन ए रिसालत कानून बनाया। इसके बाद हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ गए। पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर ने जब इसे काला कानून बताया तो उनके बॉडीगार्ड ने उनकी हत्या कर दी थी।

माहेश्वरी वणकर समुदाय के सैकड़ों परिवार गुजरात के अहमदाबाद में रह रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून के बाद उन्हें भारत की नागरिकता की आस बंधी है। समाज के लोगों ने सोमवार को बैठक करके पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया। साथ ही कहा कि पीएम मोदी उनके लिए भगवान से कम नहीं हैं। भाजपा सांसद डॉ. किरीट सोलंकी ने उन परिवारों से मुलाकात की और कहा कि उनके रहते किसी को भी गुजरात में परेशानी नहीं होगी। जल्द ही उन्हें नागरिकता भी मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.