स्पाइसजेट डाटा लीक से 12 लाख यात्रियों के प्रभावित होने का दावा, कंपनी ने किया खारिज
SpiceJet data breach साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में शोध करने वालों का दावा है कि भारत की बड़ी निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट में डाटा लीक से 12 लाख यात्री प्रभावित हुए हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत की बड़ी निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट में डाटा लीक का मामला सामने आया है। इससे उसके करीब 12 लाख यात्री प्रभावित हुए हैं। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में शोध करने वालों का दावा है कि स्पाइसजेट के डाटाबेस में आसानी से सेंध लगाई जा सकती है। इसके जरिये यात्रियों के नाम, फोन नंबर, ई-मेल आइडी और जन्मतिथि आदि जानकारियां हासिल की जा सकती हैं। हालांकि, विमानन कंपनी ने दावों का खंडन करते हुए कहा कि उसके सिस्टम में डाटा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं।
टेकक्रंच के अनुसार, पहली बार डाटा लीक मामले का पर्दाफाश करने वाले शोधकर्ताओं ने बताया कि कोई भी बहुत ही आसानी से अनुमान लगाने वाले पासवर्ड के जरिये स्पाइसजेट के सिस्टम से डाटा हासिल कर सकता है। उनका कहना है कि एयरलाइन के डाटाबेस में कोई भी व्यक्ति आसानी से सेंध लगा सकता है, जो यह जानता हो कि उसे हासिल करने की सामान्य प्रक्रिया क्या है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने डाटा लीक के बारे में स्पाइसजेट को आगाह किया, लेकिन उनकी तरफ से कोई सकारात्मक प्रक्रिया नहीं आई है। इसके बाद उन्होंने भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम (सीईआरटी-आइइन) को इत्तला किया। हालांकि, सीईआरटी-आइइन ने क्या उपाय किए हैं, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा, 'हमारे यात्रियों का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। हमारे सिस्टम पूरी तरह सक्षम और सुरक्षित हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है। हम यात्रियों के डाटा की सुरक्षा के लिए हरसंभव उपाय करते हैं और आश्वस्त करते हैं कि डाटा की देखभाल उत्कृष्ट और सबसे सुरक्षित तरीके से की जा रही है।'