मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें खारिज, शिवराज सिंह चौहान ही रहेंगे मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश में सरकार स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर स्पष्ट किया गया है कि शिवराज सिंह चौहान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे। भाजपा के दो नेताओं ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की है।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश में सरकार स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर स्पष्ट किया गया है कि शिवराज सिंह चौहान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे। राज्य सरकार और भाजपा के दो नेताओं ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की है। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि शिवराज सिंह चौहान ही मुख्यमंत्री रहेंगे।
मालूम हो, पिछले कुछ दिनों से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मुलाकातें हो रही थीं। इन्हीं से इंटरनेट मीडिया पर यह खबरें आने लगीं कि सरकार के मुखिया के तौर पर नया चेहरा सामने आने वाला है। इन मुलाकातों को लेकर भी विजयवर्गीय और मिश्रा ने कहा कि यह सामान्य शिष्टाचार के तौर पर मेलजोल है। इसका कहीं-कोई और मतलब नहीं है। विजयवर्गीय से जब यह पूछा गया कि नए नेतृत्व के तौर पर आपका भी नाम आ रहा है तो उन्होंने कहा कि मैं अभी दूसरी जगह लगा हूं।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी नेताओं के बयान को मीडिया कुछ भी कहानी बना दे। जो कुछ कहा जा रहा है, उसमें कोई दम नहीं है। सब बकवास है। सामान्य मेल मुलाकात है। कोरोना में काम कम होने से सभी लोग व्यक्तिगत संबंध मधुर कर रहे हैं। इसे राजनीतिक रंग देना सही नहीं है। शिवराज जी के नेतृत्व में ही प्रदेश चलेगा।
वहीं राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वाट्सएप एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसका वाइस चांसलर (कुलपति) बनने के लिए किसी योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए मेरी प्रार्थना है कि ऐसी गलत खबर पर ध्यान न दें। मध्य प्रदेश में भाजपा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के नेतृत्व में एक है। शिवराज जी प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे।