वाड्रा को जमीन खरीद कराने वाला खास बिचौलिया गिरफ्तार
राजस्थान की बीकानेर पुलिस ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों की जमीन खरीद मामले से जुड़े एक अहम व्यक्ति जेपी बांगडवा को गिरफ्तार किया है। बांगडवा 2006 से 2011 के बीच लूणकरणसर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष थे और वर्तमान में बीकानेर की जेएनवी कॉलोनी में रह रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की बीकानेर पुलिस ने रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों की जमीन खरीद मामले से जुड़े एक अहम व्यक्ति जेपी बांगडवा को गिरफ्तार किया है। बांगडवा 2006 से 2011 के बीच लूणकरणसर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष थे और वर्तमान में बीकानेर की जेएनवी कॉलोनी में रह रहे हैं।
पुलिस ने कोलायत में करीब 360 हेक्टेयर जमीन के फर्जी नामांतरण तैयार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह वह जमीन थी जो किसानों को मुआवजे के रूप में आवंटित की गई थी और इनमें से कुछ जमीन बाद में कथित रूप से रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों द्वारा खरीदी गई थी। हालांकि वाड्रा की कंपनियों ने बाद में इन जमीनों को बेच भी दिया था। इस मामले को भाजपा ने पहले विधानसभा एवं फिर लोकसभा चुनाव में काफी उछाला था।
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी रामचरण सोनी के अनुसार, जांच में यह सामने आया था कि फर्जी नामांतरण और दस्तावेज बांगडवा के निवास पर तैयार किए गए और राजस्व अधिकारी नियमित रूप से बांगडवा के निवास पर जाते थे। इन दस्तावेजों के जरिये किसानों को मुआवजे के लिए आवंटित जमीन खरीदी गई और फिर इन्हें विभिन्न कंपनियों को बेचा गया। बांगडवा के विरुद्ध धारा 420, 467, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
इस गिरफ्तारी को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस संसद सत्र के दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और ललित मोदी से जुड़े प्रकरण व धौलपुर महल के मामले उठाकर वसुंधरा राजे के लिए मुश्किलें खड़ी करने में जुटी है। अब भाजपा इस गिरफ्तारी को रॉबर्ट वाड्रा के जमीन खरीद मामले से जोड़ते हुए कांगे्रस को जवाब देगी।
सोलर प्लांट के लिए हुए थे बड़े सौदे
वर्ष 2009 में केंद्र एवं राजस्थान में कांग्रेस सरकार थी। इस दौरान यूपीए सरकार ने राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर एवं जोधपुर को सूखा क्षेत्र घोषित कर इसे 'सोलर हब' के रूप में विकसित करने की योजना बनाई। इसी समय रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ी कंपनियों ने यहां जमीन खरीदी और सोलर पॉवर प्लांट लगाने वालों को बेची। सोलर प्लांट पर सरकार ने सब्सिडी देने की भी घोषणा की थी। यह आरोप लगे थे कि इन सौदों में रॉबर्ट वाड्रा ने मोटी रकम कमाई थी।