Speak Up India Campaign: कांग्रेस कल केंद्र के खिलाफ मजदूरों, कारोबारियों की आवाज सोशल मीडिया पर करेगी बुलंद
कांग्रेस मीडिया विभाग छत्तीसगढ़ के चेयरमैन त्रिवेदी ने केंद्र सरकार से मांग की कि पीएम केयर फंड से किसको मदद की गई इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस सोशल मीडिया पर बड कैंपेन शुरू करने जा रही है। कांग्रेस के प्रदेशभर के कार्यकर्ता एक साथ सोशल मीडिया पर गुरुवार को सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक ऑनलाइन कैंपेन चलाएंगे। कोरोना संकट में केंद्र सरकार की ओर से जारी 20 लाख करोड़ के पैकेज में गरीबों को हक दिलाने के लिए कांग्रेस का यह कैंपेन होगा। इसमें कांग्रेस कार्यकर्ता फेसबुक, ट्विटर और अन्य प्लेटफार्म पर गरीबों और मजदूरों को मदद की मांग केंद्र से करेंगे।
स्पीक अप इंडिया कैंपेन
कांग्रेस मीडिया विभाग छत्तीसगढ़ के चेयरमैन शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि स्पीक अप इंडिया के नाम से कैंपेन शुरू किया गया है। देश में पिछले 60 दिन से लॉकडाउन चल रहा है। अब तक मोदी सरकार ने चार लॉकडाउल लगाए हैं। इसके कारण गरीब, मध्यमवर्ग और छोटे उद्योग प्रभावित हुए हैं।
20 लाख करोड़ के जुमला पैकेज से किसी को कुछ नहीं मिला
त्रिवेदी ने कहा कि अहंकार में मदमश्त मोदी सरकार इस वर्ग को राहत देने को तैयार नहीं है। 20 लाख करोड़ के जुमला पैकेज से किसी को कुछ नहीं मिला। कांग्रेस सोशल मीडिया पर दो मांग करेगी। गरीबों को दस हजार की तुरंत राहत, छोटो उद्योगों को तुरंत राहत दी जाए। मजदूरों को उनके घर तक निशुल्क पहुंचाएं और मनरेगा में 200 दिन का रोजगार दें।
कांग्रेस आम आदमी की आवाज को सरकार तक पहुंचाएगी
कांग्रेस कार्यकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से आम आदमी की आवाज को सरकार तक पहुंचाएगी। इसमें मजदूरों की समस्या को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव करेंगे। परेशान कारोबारियों से बातचीत को लाइव करेंगे। मजदूरों की परेशानी का वीडियो भी पोस्ट करेंगे।
पीएम केयर फंड से अब तक किसको मिली राहत, दें जानकारी
त्रिवेदी ने केंद्र सरकार से मांग की कि पीएम केयर फंड से किसको मदद की गई, इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए। प्रदेश में मुख्यमंत्री राहत कोष में 56 करोड़ रपये जमा हुआ, इसमें से 24 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है। पीएम केयर फंड से छत्तीसगढ़ में किसको मदद की गई और आपदा के समय क्या राहत दी गई, इसे सार्वजनिक करना चाहिए। 20 लाख करोड़ के पैकेज में मध्यम वर्ग, छोटे कारोबारी, ठेले-खोमचे वालों को क्या मिला, यह भी बताएं।