सोनिया ने अमेठी-रायबरेली की जनता को लिखा भावुक पत्र
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सोनिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अच्छे दिन देने के बजाय मोदी सरकार ने आप लोगों के पास जो था उसे भी छीन लिया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तरप्रदेश चुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाने के मद्देनजर रायबरेली और अमेठी की जनता को एक खुला भावुक पत्र लिखा है। निजी वजहों से चुनाव प्रचार में नहीं आने की बात कहते हुए सोनिया ने पत्र में केन्द्र सरकार पर अमेठी-रायबरेली की विकास योजनाओं को बाधित करने का आरोप भी लगाया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सियासी वार करते हुए आम आदमी के हितों की अनदेखी कर पूंजीपतियों की मदद का भी आरोप लगाया है।उत्तरप्रदेश के चौथे चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले सोनिया ने गांधी परिवार के परंपरागत सियासी गढ की जनता को यह पत्र लिखा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसमें दोनों क्षेत्रों की जनता को चाह कर भी निजी वजहों से प्रचार में नहीं आने पर अफसोस जताते हुए गांधी परिवार से उनके दशकों पुराने रिश्तों का जिक्र किया है।
सोनिया ने अमेठी-रायबरेली की जनता की वजह से ही गांधी परिवार का वजूद होने की बात कबूल करते हुए कहा है कि आज हम जो कुछ भी हैं वह यहां के लोगों की वजह से हैं। उनका यहां की जनता से विशेष रिश्ता और यह उनके जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। सोनिया के इस पत्र से साफ हो गया है कि उत्तरप्रदेश के मौजूदा चुनाव प्रचार अभियान में वे शामिल नहीं होंगी। कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभालने के 18 साल बाद यह पहला मौका है जब सोनिया प्रचार अभियान में हिस्सा नहीं ले रहीं।
इस भावनात्मक जुड़ाव की चर्चा के बाद सोनिया ने खत में अमेठी और रायबरेली को जान बूझकर केन्द्र की कल्याणकारी विकास योजनाओं से वंचित रखने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा है कि अपनी ही जनता के साथ यह भेदभाव देखकर उन्हें पीड़ा हो रही है। उन्होंने जनता को अच्छे दिनों का वादा कर मोदी सरकार के सत्ता में आने की याद दिलाते हुए कहा है कि अच्छे दिन की बजाय मौजूदा केन्द्र सरकार ने लोगों से उनकी गाढ़ी कमाई छीन ली है। जमीन से लेकर नौकरियां तक भी छीन गई हैं। किसानों से लेकर छोटे-कारोबारियों की स्थिति दयनीय है।
सोनिया ने ऐसे हालातों का दावा करते हुए अमेठी और रायबरेली की जनता से कांग्रेस उम्मीदवारों को कामयाब बनाने की अपील की है। सपा उम्मीदवारों की चर्चा नहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस चुनाव में गठबंधन के रुप में मैदान में उतरे हैं। लेकिन सोनिया गांधी ने अपने पत्र में अमेठी और रायबरेली के सभी कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताने की अपील तो की है मगर सपाप्रत्याशियों को लेकर चर्चा तक नहीं की है। इन दोनों जिलों की 10 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है तो सपा 4 सीटों पर मुकाबले में है। इसमें अमेठी की सीट भी शामिल है जहां कांग्रेस और सपा तो आमने-सामने हैं।
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