राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोनिया गांधी का अहम बयान, जानिए- क्या कहा
सोनिया गांधी ने कहा कि यह चुनाव हमारे लिए एक विचार धारा, उसूलों अौर सच्चाई की लड़ाई है, हम लड़ेंगे।
नई दिल्ली (एएनअाई)। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चल रहे गुणा-गणित के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का अहम बयान सामने अाया है। सोनिया गांधी ने कहा कि यह चुनाव हमारे लिए एक विचारधारा, उसूलों अौर सच्चाई की लड़ाई है, हम लड़ेंगे।
इससे पहले ईद पर भी सोनिया गांधी ने कुछ इसी तरह से बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 'विध्वंसकारी ताकतें, अनेकता में एकता और सांप्रदायिक समरसता के भारत के अनोखे चरित्र पर हमला करने का प्रयास कर रही हैं' लेकिन अपनी 'साजिशों' में वे कभी कामयाब नहीं होंगी।
सोनिया गांधी ने कहा था कि भारत को दुनिया में एकमात्र ऐसा देश होने का विशेष दर्जा हासिल रहा है जहां विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग प्यार और समरसता के माहौल में एक साथ रहते आए हैं। उन्होंने कहा, 'विध्वंसकारी ताकतें विभिन्नता में एकता और सांप्रदायिक मेलमिलाप के भारत के खास चरित्र पर हमला करने का प्रयास कर रही हैं लेकिन ये ताकतें अपनी साजिशों में कभी कामयाब नहीं होंगी।'
वहीं विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव जाति के आधार पर नहीं, बल्कि विचारधारा के आधार पर होगा। मीरा कुमार ने हैरानी जताते हुए कहा कि दोनों राष्ट्रपति उम्मीदवारों की उपलब्धियों और योग्यताओं पर बहस के बजाय उनकी जाति पर बहस की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह सामाजिक न्याय के मूल्यों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समावेशीकरण तथा जाति व्यवस्था के उन्मूलन के लिए लड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि उच्च जाति वर्ग से ताल्लुक रखने वाले दो नेताओं के बीच भी पहले राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो चुका है, लेकिन उनकी जाति पर चर्चा नहीं की गई। इस बार जब दो दलित एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो इसे लेकर हर जगह बहुत चर्चाएं हो रही हैं। मेरा मानना है कि जाति को दफना दिया जाना चाहिए और इसे पूरी तरह से भुला दिया जाना चाहिए।
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