Move to Jagran APP

करियर से जुड़ी हर कंफ्यूजन को यहां सुलझाएं, पढ़ें सवाल और उनके जवाब

यदि आप फिजियोथेरेपी में अपनी योग्यता बढ़ाकर करियर में बेहतर करना चाहती हैं तो आपको किसी प्रतिष्ठित संस्थान से बीपीटी (बैचलर आफ फिजियोथेरेपी) करने के बारे में विचार करना चाहिए। इसके बाद एमपीटी (मास्टर आफ फिजियोथेरेपी) भी कर सकती हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 01:02 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 01:02 PM (IST)
करियर से जुड़ी हर कंफ्यूजन को यहां सुलझाएं, पढ़ें सवाल और उनके जवाब
फिजियोथेरेपी में हैं बेहतर संभावनाएं (फोटो : दैनिक जागरण)

नई दिल्ली, अरुण श्रीवास्तव। अपनी रुचि के अनुसार पढ़ाई की सही स्ट्रीम और सही करियर को लेकर युवा अक्सर दुविधा में होते हैं। उन्हें दुविधा से निकालने और बेहतर भविष्य के लिए सही राह सुझाने के लिए उनके सवालों के जवाब यहां मौजूद हैं...

loksabha election banner

-मैंने बारहवीं बायोलाजी से किया है। उसके बाद फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा किया है। मुझे आगे क्या करना चाहिए?

-रानू भारती, ईमेल से

यदि आप फिजियोथेरेपी में अपनी योग्यता बढ़ाकर करियर में बेहतर करना चाहती हैं, तो आपको किसी प्रतिष्ठित संस्थान से बीपीटी (बैचलर आफ फिजियोथेरेपी) करने के बारे में विचार करना चाहिए। इसके बाद एमपीटी (मास्टर आफ फिजियोथेरेपी) भी कर सकती हैं। इससे आपको सरकारी या निजी क्षेत्र के बड़े अस्पतालों में वरिष्ठ पद से करियर की शुरुआत करने का अवसर मिल सकता है। हां, यदि जल्दी जॉब चाहती हैं तो डिप्लोमा के आधार पर भी प्रयास कर सकती हैं। एक बार जॉब में आने के बाद पार्टटाइम पढ़ाई करके बीपीटी और एमपीटी कर लेने से करियर में तरक्की की राह आसान हो सकती है।

-मेरी उम्र 17 वर्ष है। 11वीं की छात्रा हूं। रुचि होने के कारण मैंने मैथ्स विषय का चयन किया है। मेरा एकमात्र सपना यूपीएससी क्लियर करके आइएएस बनने का है। मैथ्स लेने के बाद क्या मैं इस परीक्षा में बैठ सकती हूं? अगर हां, तो कृपया मेरा मार्गदर्शन करें कि बारहवीं के बाद मुझे क्या करना चाहिए?

-आस्था आहूजा, ईमेल से

अच्छी बात है कि आपकी मैथ्स में रुचि है। आप इस विषय का आनंद लेते हुए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाएं। चूंकि सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए स्नातक होना चाहिए, इसलिए बारहवीं के बाद आप मैथ्स ऑनर्स से स्नातक कर सकती हैं या फिर प्रोग्राम कोर्स होने की स्थिति में एक विषय के रूप में मैथ्स ले सकती हैं। आप सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए ऐच्छिक विषय के रूप में मैथ्स का चयन कर सकती हैं। बेहतर यही होगा कि ग्रेजुएशन के दौरान ही आप सिविल सेवा परीक्षा के सिलेबस को अच्छी तरह समझते हुए अपनी तैयारी की स्ट्रेटेजी बना लें और उसके अनुरूप समय प्रबंधन करते हुए नियमित तैयारी पर ध्यान दें। मैथ्स से ग्रेजुएशन करने से आपके पास प्लान बी का विकल्प भी होगा।

-मैं बारहवीं का छात्र हूं। साइंस स्ट्रीम चुना है। मेरा लक्ष्य आइएएस आफिसर बनना है। ग्रेजुएशन में मुझे कौन-सा कोर्स करना चाहिए, जो सिविल सेवा परीक्षा में मददगार हो सके? अंग्रेजी मेरा पसंदीदा विषय है, पर फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में मैं अच्छा नहीं हूं।

-सरफराज, ईमेल से

अगर अभी आप साइंस स्ट्रीम से पढ़ रहे हैं, लेकिन पीसीएम में खुद को अच्छा नहीं समझते हैं, तो बेहतर होगा कि ग्रेजुएशन आपको अंग्रेजी ऑनर्स या फिर अपनी पसंद के किसी अन्य विषय/विषयों से करना चाहिए। निश्चित रूप से इसका फायदा आपको सिविल सेवा परीक्षा में मिलेगा।

(एजुकेशन और करियर से जुड़े अपने सवाल इस मेल आइडी पर भेजें counselor@nda.jagran.com)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.