कोलकाता के अस्पताल में निपाह से नहीं हुई थी सैनिक की मौत
बताया गया है कि सीनू की मौत के बाद संभावित निपाह संक्रमण की जांच के लिए उनके रक्त व अन्य नमूने को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया था।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : अलीपुर के कमांड अस्पताल में गत रविवार को बुखार से पीडि़त होकर दम तोड़ने वाले सैनिक सीनू प्रसाद (27) की मौत निपाह वायरस के संक्रमण से नहीं हुई थी। रविवार को सेना की ओर से इसकी पुष्टि की गई है।
बताया गया है कि सीनू की मौत के बाद संभावित निपाह संक्रमण की जांच के लिए उनके रक्त व अन्य नमूने को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया था। कोलकाता में रक्षा मंत्रालय के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विंग कमांडर एसएस बीर्दी ने रविवार को बताया कि जांच रिपोर्ट में यह बताया गया है कि उनके शरीर में निपाह संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। इससे अब यह साफ हो गया है कि सीनू प्रसाद की मौत निपाह वायरस से नहीं हुई है।
ज्ञात हो कि मूल रूप से केरल के रहने वाले सीनू प्रसाद सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में पोस्टेड थे। वह एक महीने की छुट्टी पर केरल स्थित अपने घर गए थे और 13 मई को वापस आकर ड्यूटी ज्वाइन किया था। केरल से आने के बाद जवान बुखार से पीडि़त हो गए और उन्हें 20 मई को सेना के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उनका लगातार इलाज चल रहा था। आखिरकार 25 मई को उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया था। इसे संभावित निपाह संक्रमण से कोलकाता में पहली मौत का मामला बताया गया था।