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सोशल मीडिया पर कश्मीरियों से मुस्लिमों ने छेड़ी जंग

शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद की फोटो वायरल होने के बाद बहस की शुरुआत हुई। शिया धर्म गुरु उड़ी में शहीद सैनिकों के सम्मान में निकाले गए कैंडल मार्च में शामिल नजर आए।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 25 Sep 2016 01:51 AM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2016 05:07 AM (IST)
सोशल मीडिया पर कश्मीरियों से मुस्लिमों ने छेड़ी जंग

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। भारत-पाक सीमा पर भले ही खामोशी छाई हो, लेकिन सोशल मीडिया पर चुप्पी नहीं है। सोशल मीडिया पर कश्मीरी मुसलमानों का देश के अन्य हिस्सों के मुसलमानों के साथ जोरदार जंग चल रही है। कई जगहों पर मामला गाली गलौच तक पहुंच गया है। शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद की फोटो वायरल होने के बाद बहस की शुरुआत हुई। शिया धर्म गुरु उड़ी में शहीद सैनिकों के सम्मान में निकाले गए कैंडल मार्च में शामिल नजर आए।

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यह फोटो फेसबुक पर आते ही कश्मीर में रहने वाले मुसलमानों ने उन पर अभद्र टिप्पणियां करनी शुरू कर दी। उन से पूछना शुरू किया कि उन्होंने कभी कश्मीर में मरने वालों के लिए कैंडल मार्च क्यों नहीं निकाला। कश्मीरी मुसलमानों ने उन्हें सरकारी मुल्ला जैसे अभद्र शब्द भी कहे। इसके जवाब में कश्मीर के बाहर के मुसलमानों ने देश और अपने मौलाना का आक्रामक पक्ष लेना शुरू कर दिया। कई लोगों ने लिखा कि उड़ी में हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान के बदनाम संगठन सिपह-ए-सहाबा के सदस्य थे।

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यही संगठन पाकिस्तान में अब तक कई हजार शिया मुसलमानों की निर्मम हत्या कर चुका है। मुस्लिम युवकों ने कश्मीरियों से पूछा कि अगर वह सब शांति के पुजारी हैं तो हर शुक्रवार को दुनिया के सब से कुख्यात आतंकवादी संगठन आइएस के झंडे लेकर मस्जिदों से बाहर बाहर क्यों निकलते हैं? आइएस तो एक ऐसा संगठन हैं जिस ने इराक और सीरिया में लाखों शिया मुस्लिमों को आत्मघाती हमलों में मारा है। पाकिस्तानियों को जोरदार जवाब दे रहे हैं भारतीयइस बहस में सैकड़ों लोग कमेंट और जवाबी कमेंट कर रहे हैं। कई पाकिस्तानी भी शामिल हो गए हैं। भारतीय मुसलमानों पर पाकिस्तानी अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं, लेकिन भारतीय मुस्लिम उन्हें जोरदार जवाब देने से नहीं चूक रहे हैं।

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