Move to Jagran APP

भारी हिमपात से शेष देश से कटा कश्मीर

वर्ष 2013 की विदाई बेला पर मौसम ने करवट ले ली। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी हिमपात होने से पहाड़ों पर एक बार फिर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। मंगलवार सुबह से शुरू बर्फबारी का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इसके प्रभाव से उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत अन्य मैदानी राज्य भीषण शीतलहर की चपेट में आग गए। जम्मू-कश्मीर में पिछले बीस सालों में पहली बार चिल्ले कलां के दौरान भारी बर्फबारी हुई। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो जाने से वादी का शेष देश से संपर्क कट गया। हवाई और रेल यातायात भी बाधित हो गया। हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रा अवरुद्ध होने से करीब 1500 वाहन रास्ते में फंस गए।

By Edited By: Published: Tue, 31 Dec 2013 01:08 PM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2013 10:34 PM (IST)
भारी हिमपात से शेष देश से कटा कश्मीर

नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। वर्ष 2013 की विदाई बेला पर मौसम ने करवट ले ली। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी हिमपात होने से पहाड़ों पर एक बार फिर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। मंगलवार सुबह से शुरू बर्फबारी का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इसके प्रभाव से उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत अन्य मैदानी राज्य भीषण शीतलहर की चपेट में आग गए। जम्मू-कश्मीर में पिछले बीस सालों में पहली बार चिल्ले कलां के दौरान भारी बर्फबारी हुई। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो जाने से वादी का शेष देश से संपर्क कट गया। हवाई और रेल यातायात भी बाधित हो गया। हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रा अवरुद्ध होने से करीब 1500 वाहन रास्ते में फंस गए। इससे बर्फबारी का नजारा देखने गए पर्यटकों का मजा किरकिरा हो गया। पारे में गिरावट का सिलसिला अभी बरकरार रहेगा।

prime article banner

उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों में हुई हल्की बारिश से ठिठुरन में इजाफा हो गया। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में भी पूरे दिन आसमान में बादलों का डेरा रहा। उत्तराखंड में चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही ऊंची पहाड़ियों में जमकर बर्फबारी हुई। गोपेश्वर, पीपलकोटी और जोशीमठ में बारिश से तापमान में गिरावट आई। ठंडी हवाओं के कारण मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे व कबायली क्षेत्रों किन्नौर, लाहुल स्पीति और चंबा में भी भारी हिमपात हुआ। कुल्लू मनाली व शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ पड़ी। डलहौजी, सोलंगनाला रोहतांग व मनाली की चोटियों पर डेढ फुट से अधिक बर्फबारी हुई। रोहतांग-मनाली सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। चंबा-पठानकोट, चंबा-जोत मार्ग बंद हो गए हैं। शिमला में भी कई जगह वाहनों की आवाजाही बंद हो गई।

पढ़ें : दिल्ली में 17 साल बाद सर्द रहा दिसंबर

जम्मू में ठंड पिछले तीन दशक का रिकार्ड तोड़ते हुए अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई। अधिकतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। ऊधमपुर और आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग को सोमवार रात से ही बंद कर दिया गया। श्रीनगर समेत वादी के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल हो गई। संचार सेवाओं के साथ पेयजल आपूर्ति ठप हो गई। पूरी वादी में छह इंच से चार फुट तक बर्फबारी रिकार्ड की गई। गलियां, बाजार, खेत-खलिहान, पेड़ पौधे, मकानों की छतें बर्फ से लद गई। नव वर्ष के मौके पर बर्फबारी के बीच करीब 45 हजार श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दरबार हाजिरी लगाने पहुंचे। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण ही मौसम में यह परिवर्तन आया है। इसका असर गुरुवार तक रहने के आसार हैं।

क्या है चिल्ला कलां

चिल्ले कलां मूलत: फारसी भाषा का शब्द है। चिल्ला का मतलब 40 दिन और कलां यानी बड़ा। जम्मू-कश्मीर में सर्दियों के सबसे ठंडे 40 दिन। यह मौसम 21 दिसंबर से शुरू होकर 31 जनवरी तक रहता है। पहले इसे शिशिर मास कहा जाता था, लेकिन कश्मीर में फारसी का प्रभाव बढ़ने के कारण बाद में इसका नाम चिल्ले कलां हो गया।

पढ़ें : धरती के स्वर्ग में बर्फ का कहर

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.