हिमाचल प्रदेश में बारिश व बर्फबारी से जिंदगी दुश्वार
हिमाचल प्रदेश में दुर्गम जिला किन्नौर के कुछ क्षेत्रों में 48 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है। जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में पानी और गैस की सप्लाई भी नहीं हो पाई है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश में तीन दिनों से ऊंचे क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदानी इलाकों में बारिश होने से शीतलहर तेज हो गई है। जनजातीय लाहुल-स्पीति के कई क्षेत्रों में तीन-तीन फीट तक बर्फ गिर चुकी है। प्रदेश में हुई बारिश व बर्फबारी के कारण जनजातीय जिलों में जनजीवन सामान्य नहीं हो पा रहा है। उधर बिगड़े मौसम से लगातार बंद जम्मू-श्रीनगर हाईवे बुधवार को तीसरे दिन भी नहीं खुल सका, जिससे हजारों मुसाफिर जम्मू व श्रीनगर बस स्टैंड में फंसकर रह गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में दुर्गम जिला किन्नौर के कुछ क्षेत्रों में 48 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है। जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में पानी और गैस की सप्लाई भी नहीं हो पाई है। कुल्लू के रोहतांग दर्रे में अभी तक साढे़ चार फीट बर्फबारी हो चुकी है। लाहुल घाटी के लोग घरों में कैद हो गए हैं। वहीं जम्मू-श्रीनगर हाईवे बुधवार को भी नहीं खुल सका, जिससे हजारों मुसाफिर फंस गए हैं। लखनपुर से लेकर ऊधमपुर तक जगह जगह-वाहन रोके जाने से वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। कश्मीर को जम्मू संभाग के साथ जोड़ने वाले मुगल रोड के अलावा बांडीपोर-गुरेज व कुपवाड़ा -टंगडार मार्ग भी यातायात के लिए बंद हैं। इस बीच, कश्मीर के उच्चपर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला भी जारी रहा। ऐसे में राहत की बात यह है कि श्रीनगर हवाई अड्डे से विमानों का आवागमन शुरू हो गया। मौसम विभाग ने गुरुवार से मौसम में सुधार की संभावना जताई है।
उत्तराखंड में थमी बर्फबारी व बारिश
उत्तराखंड में बुधवार को बर्फबारी व बारिश थम गई। लेकिन मंगलवार को हुई बारिश व बर्फबारी से राज्य में ठंड बढ़ गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चमोली के ढ़ाई हजार फीट की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की आशंका जताई है। जबकि हिमस्खलन की दृष्टि से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ व टिहरी जिले को संवेदनशील माना है। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों में हिमालय की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश की संभावना है।