दुनिया में बहुत से छोटे देश, जमीं कम, आसमां सारा; नवाचार व रक्षा में भी आगे
दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश मोनाको है। 2.02 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले इस देश की तुलना अमेरिका के मिडवेस्ट के बड़े खेत के आकार से की जा सकती है। मोनाको का जीडीपी 7.2 अरब डॉलर (528 अरब रुपये) का है। यहां करीब 12 हजार करोड़पति रहते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया में बहुत से देश ऐसे हैं, जिनका क्षेत्रफल बहुत कम है। हालांकि कम क्षेत्रफल का यह अर्थ कतई नहीं है कि ये देश किसी भी रूप में दूसरों की अपेक्षा कमजोर हैं। बाजार, तकनीक व दुनिया की आर्थिक समेत अन्य गतिविधियों का विश्लेषण करने वाली वेबसाइट विजुअल कैपिटलिस्ट ने 100 सबसे छोटे देशों की दूसरी बनाई है। इसमें ऐसे देश भी शामिल हैं जो अन्य को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।
ये हैं अमीरों के देश
स्विट्जरलैंड व नीदरलैंड्स भी छोटे देशों की सूची में शामिल हैं। ये क्रमश: 63वें और 64वें स्थान पर हैं। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में दोनों की बड़ी हिस्सेदारी है। आर्थिक उत्पादन के मामले में दोनों दुनियाभर में क्रमश: 20वें व 17वें स्थान पर आते हैं। वहीं दुनिया का 20 वां सबसे छोटा देश सिंगापुर है। यह प्रति व्यक्ति जीडीपी (47.90 लाख रुपये) के मामले में दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है।
करोड़ों को प्रभावित करने की क्षमता
छोटे देश होने के बावजूद कई ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। दुनिया के सबसे छोटे देश वेटिकन सिटी का क्षेत्रफल सिर्फ 0.49 वर्ग किलोमीटर है। 825 लोगों के इस देश का बड़ा हिस्सा पोप और कैथोलिक चर्च के कर्मचारियों का है। दुनिया के 1.2 अरब से अधिक रोमन कैथोलिकों के कारण वेटिकन का प्रभाव अपने छोटे आकार की तुलना में बहुत ज्यादा है।
नवाचार व रक्षा में भी आगे
सबसे छोटे देशों की सूची में 35वें स्थान पर जमैका का नंबर है। अपने तेज-तर्रार धावकों के लिए पहचाने जाने वाले इस देश का क्षेत्रफल यहां के लोगों की मेहनत को बयां नहीं करता है। 46वें स्थान पर मौजूद इजरायल के नवाचार और रक्षा नीति को भला कौन नहीं जानता। कम क्षेत्रफल के बावजूद इजरायल दुनिया के सबसे प्रभावशाली देशों में शुमार है।
चौंकाती है मोनाको की जीडीपी
दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश मोनाको है। 2.02 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले इस देश की तुलना अमेरिका के मिडवेस्ट के बड़े खेत के आकार से की जा सकती है। छोटे आकार के बावजूद मोनाको का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी 7.2 अरब डॉलर (528 अरब रुपये) का है। यहां करीब 12 हजार करोड़पति रहते हैं। यह दुनिया के कुछ ऐसे चुनिंदा देशों में शामिल है, जिसकी प्रति व्यक्ति जीडीपी एक लाख डॉलर (73.44 लाख रुपये) से अधिक है। यहां हर तीसरा व्यक्ति करोड़पति है।