16 लाख के इनामी नक्सली दंपति समेत छह गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में छह हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नक्सली जवानों की हत्या समेत कई बड़ी घटनाओं में शामिल बताए गए हैं। इनमें नक्सल दंपति माड़वी जोगा उर्फ बामन व माड़वी गंगी पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस इनकी तलाश काफी समय
नई दुनिया ब्यूरो, दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में छह हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार नक्सली जवानों की हत्या समेत कई बड़ी घटनाओं में शामिल बताए गए हैं। इनमें नक्सल दंपति माड़वी जोगा उर्फ बामन व माड़वी गंगी पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस इनकी तलाश काफी समय से कर रही थी। ये दोनों मिलिट्री कंपनी के सदस्य हैं। इनके अलावा नक्सली भीमा कुंजाम, जयराम राउत, मडकाम भीमा व पोदिया को भी गिरफ्तार किया गया है।
माड़वी जोगा उर्फ बामन वर्ष 2002 से नक्सली संगठन से जुड़ा था। साल 2004 में कोरापुट ओडिशा में पुलिस लाइन पर हमला कर उसने भारी मात्रा में हथियार लूट लिया था। यही नहीं उसने साल 2006 में बीजापुर के ग्राम कोरचोली में दो जवानों को घायल कर दिया था। वह 2007 में रानी बोदली छसबल कैंप में हमला करने की घटनाओं में भी शामिल था। रानी बोदली में 54 जवान शहीद हो गए थे। वहीं उसकी पत्नी माड़वी गंगी वर्ष 2005 से नक्सली संगठन में शामिल हुई थी।
भीमा कुंजाम वर्ष 2008 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ। वह 2011 में किरंदुल के थाना प्रभारी डीएन नागवंशी सहित अन्य चार जवानों की हत्या करने व 2015 में चोलनार कैंप में एंटी लैंडमाइंस का विस्फोट कर पांच जवानों की हत्या करने की घटना में शामिल था।
इसी तरह जयराम राउत किरंदुल के एस्सार प्लांट के समीप आगजनी कर फायरिंग करने की घटना में शामिल था। जबकि मड़काम भीमा 2013 से मलांगिर एरिया कमेटी सदस्य के रू प में संगठन में सक्रिय रहकर कार्य कर रहा था। वहीं पोदिया उर्फ पीलू 2011 में डीएन नागवंशी सहित अन्य चार जवानों की हत्या करने की घटना व 2015 में चोलनार कैंप के एंटी लैंडमाइंस का विस्फोट कर पांच जवानों की हत्या करने की घटना में शामिल था।
टीपीसी का जोनल कमांडर गिरफ्तार
गढ़वा। झारखंड के गढ़वा में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त अभियान के दौरान सोमवार देर शाम टीपीसी (तृतीय प्रस्तुत कमेटी) के जोनल कमांडर श्रवण यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चार रायफल, दस गोलियां और दो मोबाइल फोन बरामद किया गया। श्रवण के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह गढ़वा और पलामू जिले में आतंक का पर्याय बना हुआ था।