बीजापुर में छह इनामी नक्सलियों का आत्मसमर्पण, रंग ला रहा नक्सल उन्मूलन अभियान
प्लाटून और डिप्टी कमांडर सहित 19 लाख रुपये रुपये के छह इनामी नक्सलियों ने बीजापुर में आत्मसमर्पण किया है।
बीजापुर, जेएनएन। नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छह इनामी नक्सलियों ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया। यह अभियान बस्तर में आईजी विवेकानंद सिन्हा के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। इनमें नक्सलियों का प्लाटून कमांडर और एक डिप्टी कमांडर सहित दो महिला नक्सली शामिल हैं। इन नक्सलियों पर 19 लाख रुपये का इनाम सरकार ने घोषित किया था। यह नक्सली बीजापुर जिले के फरसेगढ़ और नेलसनार क्षेत्र में सक्रिय थे।
नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए नक्सलियों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने इस बात की जानकारी दी। इसी क्रम में माड़ डिविजन में नक्सलियों की कंपनी नंबर 1 के प्लाटून कमांडर दिलीप वड्डे उर्फ चिन्ना ने एके 47 रायफल के साथ थाने पहुंच कर आत्मसमर्पण किया। इनपर आठ लाख रुपये का इनाम था।
2003 से नक्सल संगठन में सक्रिय था दिलीप उर्फ चिन्ना
दिलीप उर्फ चिन्ना साल 2003 से नक्सल संगठन में सक्रिय था और गीदम थाने में लूटपाट, कोरापुट ओडिशा में पुलिस लाइन में लूटपाट, जिला नारायणपुर के धौड़ाई थाने में लूट की घटना, पुलिस पार्टी पर अलग-अलग जगह एंबूश लगाकर हमला करने जैसी घटनाओं में वह शामिल था। उसके अलावा मड़कम बंडी उर्फ बण्डू भी माड़ डिविजन में सक्रिय था, जिसने एसएलआर रायफल के साथ आत्मसमर्पण किया। वह नक्सल संगठन में डिप्टी कमांडर के ओहदे पर काम कर रहा था और उसपर शासन की ओर से आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह साल 2010 से नक्सल संगठन में सक्रिय था और देशी रॉकेट लांचर में विशेषज्ञ है।
बीजापुर और नारायणपुर जिले के अलग-अलग थानों में उसके नाम पर कई अपराध दर्ज हैं। इनके साथ ही सनकी वड्डे उर्फ सुजाता, बुदरी उसेण्डी उर्फ गुड्डी, महेश वासम और विनोद मेट्टा नामके नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सनकी पर दो लाख और बुदरी पर एक लाख स्र्पये का इनाम शासन ने घोषित किया है।
नक्सलियों की शोषणकारी नीति ने किया परेशान
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से दो विवाहित जोड़े हैं। उन्होंने बताया कि नक्सलियों द्वारा जबरन उनकी नसबंदी करा दी गई थी। इसके अलावा उनके खोखले सिद्धांत और शोषणकारी नीति से परेशान होकर उन्होंने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को दी जाएगी सहायता राशि
आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को शासन की ओर से 10-10 हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसर्मण करने वाले सभी नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।