भिलाई इस्पात संयंत्र में गैस रिसने से छह की मौत
भिलाई इस्पात संयंत्र में मरम्मत के दौरान पंप फटने से रिसी जहरीली गैस की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो डिप्टी जनरल मैनजर [डीजीएम], एक फायर ब्रिगेड के जवान सहित चार कर्मचारी शामिल हैं। 33 अन्य लोग हादसे से प्रभावित हुए हैं जिनमें से पांच की हालत गंभीर है। उन्हें आइसीयू में भर्ती किया गया है। घटना के बाद संयंत्र परिसर में हड़कंप मच गया।
भिलाई [नई दुनिया ब्यूरो]। भिलाई इस्पात संयंत्र में मरम्मत के दौरान पंप फटने से रिसी जहरीली गैस की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो डिप्टी जनरल मैनजर [डीजीएम], एक फायर ब्रिगेड के जवान सहित चार कर्मचारी शामिल हैं। 33 अन्य लोग हादसे से प्रभावित हुए हैं जिनमें से पांच की हालत गंभीर है। उन्हें आइसीयू में भर्ती किया गया है। घटना के बाद संयंत्र परिसर में हड़कंप मच गया।
संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस तीन और चार के सामने वाटर सप्लाई विभाग के पंप हाउस में गुरुवार शाम करीब चार बजे मरम्मत का काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक पंप फट गया। घटनास्थल के नजदीक से गुजरे ब्लास्ट फर्नेस के पाइप पर इसका असर हुआ और वह भी फट गया। पूरे क्षेत्र में पानी भर गया और गैस रिसने लगी। जहरीली मीथेन और कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस के कारण वहां काम कर रहे कर्मचारी एक के बाद एक बेहोश होकर गिरने लगे। जैसे ही पंप हाउस का पाइप फटा उससे ब्लास्ट फर्नेस जा रही गैस घटनास्थल पर फैल गई।
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारी-कर्मचारी भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए। वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट के डीजीएम बीके सिंह, डीजीएम एनके कटारिया सहित चार्जमैन ए. सैमुअल, सीनियर ऑपरेटर वायआर साहू, फायर ब्रिगेड के जवान रमेश शर्मा और श्रमिक विकास वर्मा को गंभीर हालत में निकट के अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।