मोदी की स्वच्छता मुहिम से छह सीएम ने किया किनारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता मिशन से गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने किनारा कर लिया है।
चंडीगढ़, अनुराग अग्रवाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता मिशन से गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने किनारा कर लिया है। नीति आयोग की कार्यकारी परिषद में बनाए गए दस मुख्यमंत्रियों के उप समूह की मंगलवार को होने वाली बैठक में मेजबान हरियाणा समेत सिर्फ चार राज्यों के मुख्यमंत्री ही नजर आएंगे। तीन राज्यों के मुख्यमंत्री बैठक के लिए स्वयं न आकर अपने प्रतिनिधि भेज रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के अलावा छह राज्यों के मुख्यमंत्री बैठक से किनारा कर गए हैं। दिल्ली में दस मुख्यमंत्रियों का उपसमूह गठित होने के बाद मंगलवार को चंडीगढ़ में दूसरी बैठक होने जा रही है। मुख्यमंत्रियों के उप समूह की बैठक में पर्याप्त बजट मुहैया कराने के साथ ही देश को स्वच्छ बनाने के नए तरीकों पर चर्चा होनी है।
इसमें आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, मेजबान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहवला भागीदारी करेंगे।
दस मुख्यमंत्रियों में से चार कांग्रेस के और तीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी हैं। भाजपा के दो ही मुख्यमंत्री उप-समूह में हैं, जबकि इसके संयोजक आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू हैं, जो एनडीए का हिस्सा हैं। कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों में कर्नाटक के सिद्धारमैया, उत्तराखंड के हरीश रावत, मिजोरम के ललथनहवला और सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग शामिल हैं। मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहवला के इस बैठक में आने की सूचना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पर्यावरण एवं वन मंत्री असीम अहमद खान को भेज रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से गन्ना मंत्री सुरेंद्र नेगी बैठक में शिरकत करेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपने प्रतिनिधि ग्रामीण विकास मंत्री एचके पाटिल को बैठक के लिए भेज रहे हैं।
बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों के प्रतिनिधियों के नाम सोमवार शाम तक हरियाणा सरकार के पास नहीं पहुंचे थे। इस तरह स्वच्छता अभियान को शुरुआत में ही बड़ा झटका लग गया है।