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Side effects of Lockdown : अप्रेजल प्रमोशन रुकने और फ्यूचर को लेकर कर्मचारियों में तनाव

लॉकडाउन से नौकरीपेशा लोगों की समस्या भी बढ़ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पढ़ें यह दिलचस्‍प रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 12 Apr 2020 07:31 PM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 01:59 AM (IST)
Side effects of Lockdown : अप्रेजल प्रमोशन रुकने और फ्यूचर को लेकर कर्मचारियों में तनाव
Side effects of Lockdown : अप्रेजल प्रमोशन रुकने और फ्यूचर को लेकर कर्मचारियों में तनाव

नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस संकट की रोकथाम के लिए लॉकडाउन से नौकरीपेशा लोगों की समस्या भी बढ़ गई है। कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। कई क्षेत्रों में कर्मचारियों के वेतन में कटौती, सैलरी में सालाना वृद्घि नहीं होना और नौकरी जाने की आशंका ने उनकी समस्या बढ़ा दी है। कई कंपनियां अपने कर्मचारियों का उत्साह बनाये रखने को लेकर विभिन्न उपायों पर गौर कर रही हैं। यही नहीं कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हंसी-खुशी का महौल बनाने को मनोवैज्ञानिकों की सेवा ले रही हैं।

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कर्मचारियों से बात कर रहीं कंपनियां

कुछ दूसरी कंपनियों ने अद्यतन सूचना के बारे में कर्मचारियों के साथ निरंतर बातचीत करने का निर्णय किया है। कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों से इस कठिन समय में प्रदर्शन को लेकर करियर में प्रगति के साथ अतिरिक्त लाभ देने का वादा कर रही हैं। नियोक्ता भी परेशान विशेषषज्ञों का कहना है कि मौजूदा संकट ने कर्मचारियों के साथ-साथ संगठनों के ऊपर काफी दबाव लाया है। देशव्यापी बंद जल्दी खत्म होता दिखाई नहीं देता, ऐसे में कर्मचारियों के लिये संवेदनात्क चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं।

कारोबार पर असर

टीमलीज सर्विसेज के व्यापार प्रमुख (औद्योगिक विनिर्माण और इंजीनियरिंग तथा सामान्य कर्मचारी) सुदीप सेन ने कहा, 'निश्चित रूप से कुछ चिंता है क्योंकि यह ऐसी स्थिति है जिसका सामाना संगठनों समेत हममें से किसी ने नहीं किया।' वेतन वृद्घि को लेकर सभी सेक्टरों में चिंता सालाना वेतन वृद्घि के संदर्भ में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। क्योंकि कोरोना वायरस का नियोक्ताओं के साथ-साथ कारोबार पर असर पड़ा है।' उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, खाद्य सेवाएं और महत्वपूर्ण विनिर्माण से जुड़े कुछ काम धंधे अभी खुले हैं। ऐसे क्षेत्रों में कर्मचारी अभी भी कार्यस्थल पर जाकर काम कर रहे हैं।

कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर रहीं कंपनियां

रिपोर्ट में कहा गया है कि उन लोगों में तनाव अलग होगा जो घर से काम कर रहे हैं। ऐसे कर्मचारी अपने सहकर्मी या ग्राहकों से संक्रममित होने को लेकर चिंतित हैं। उन्हें इस बात की चिंता है कि क्या संगठन उन्हें कार्यस्थल पर पर्याप्‍त सुरक्षा उपलब्ध कराएगा। उन्हें काम को लेकर यात्रा भी करनी पड़ रही है। रोजाना 200 रुपये एक्स्ट्रा दे रही वालमार्ट इंडिया ऐसे कठिन समय में कुछ नियोक्ता कार्य स्थल पर पहुंचकर काम करने वाले अपने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग हटकर कदम उठा रहे हैं।

आयोजित किए जा रहे ऑनलाइन सत्र

वालमार्ट इंडिया सराहना के रूप में अतिरिक्त भत्ता के अलावा मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध कराकर निरंतर जांच (बुखार) जैसे सुरक्षा संबंधी उपाय कर रहे हैं। वालमार्ट इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, 'हम खासकर उन सहकर्मियों के अभारी हैं जो बिना किसी स्वार्थ के इस समय लोगों को सेवा दे रहे हैं। क्षेत्र में काम कर रहे ऐसे कर्मचारियों को हमने सराहना स्वरूप 200 रुपये प्रतिदिन का अतिरिक्ता भत्ता देंगे। कई कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिये विशेष ऑनलाइन सत्र आयोजित कर रही हैं, ताकि वे उत्साहित और तनाव मुक्त रहें।

उस बारे में न सोचें जो नियंत्रण से है बाहर

कई कंपनियों को सेवा दे रही मनोवैज्ञानिक साक्षी मानध्यन ने कहा कि जब हम अनिश्चित भविष्य के बारे में सोचते हैं, चिंतित होते हैं। 'अगर हम मौजूदा स्थिति की बात करें, कई लोगों ने वेतन में सालाना 'इन्क्रीमेंट' के रूप में वृद्घि के आधार पर अप्रैल और आने वाले समय के लिये योजनाएं बनाई होंगी लेकिन दुर्भाग्य से ये चीजें नहीं हो रही हैं।' उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसी बात को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए जो उनके नियंत्रण से बाहर है। बजाए इसके जो उनके हाथ में है, वह करना चाहिए और उसमें बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिए।' 


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