पांच लाख बहनों को शिवराज की चिठ्ठी
यह चिठ्ठी डाकघर के माध्यम से सुदूर ग्रामीण अंचल की बहनों तक पहुंचाई जा रही है।
भोपाल, नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिर चुनावी दांव खेला है। प्रदेश की पांच लाख महिलाओं (बहनों) को रक्षाबंधन पर मार्मिक चिठ्ठी लिखी है। चिठ्ठी का भाव यह है कि तुम मुझे पांच साल दो, मैं सुरक्षा और खुशहाल वातावरण दूंगा। यह चिठ्ठी डाकघर के माध्यम से सुदूर ग्रामीण अंचल की बहनों तक पहुंचाई जा रही है। इसमें मुख्यमंत्री ने महिलाओं के हित में संचालित योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा है कि मैं आज जिस मुकाम पर पहुंचा हूं, वो आपके आशीर्वाद से ही संभव हो सका है। डाक-तार विभाग छुट्टी के दिनों में भी पोस्टमैन को लगाकर यह चिठ्ठी बंटवा रहा है।
चुनावी साल में भाजपा सरकार और संगठन आम जनता के घर में सीधे घुसपैठ बना रहा है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी मुंहबोली बहनों के हृदय को छूने की कोशिश की है। 25 लाइनों के पत्र में एक भाई की अपनी बहन से अपील है। इसमें उन्होंने इशारों ही इशारों में अगले पांच साल का भी आशीर्वाद मांगा है। रक्षाबंधन की शुभकामनाओं से शुरू हुई चिठ्ठी में मुख्यमंत्री ने बहनों से कहा है कि आपके विश्वास और सहयोग से हमने प्रदेश में परिवर्तन की शुरआत की थी, तब से मैं स्वयं आपकी सेवा का हरसंभव प्रयास कर रहा हूं। जब मैंने प्रदेश की सेवा करने का संकल्प लिया तो निश्चय किया था कि बहनों के लिए कुछ विशेषष करना है। तभी मैंने निर्णय लिया था कि मैं अपनी बहनों की जिंदगी बदलूंगा।
गिनाई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी से लेकर उन तमाम योजनाओं का जिक्र चिठ्ठी में किया है, जो भाजपा सरकार ने महिलाओं और विद्यार्थियों के लिए शुरू की हैं। इनमें स्कूल ड्रेस, किताब, साइकिल योजना के साथ आर्थिक सहायता का भी जिक्र है। विभिन्न सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण को भी मुख्यमंत्री ने चिठ्ठी में इंगित किया है। बेरोजगारों को साधने की कोशिश मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी को लेकर सरकार के खिलाफ आमजन की नाराजगी को कम करने की कोशिश की है।
उन्होंने लिखा, मैं चाहता हूं कि भांजे-भांजियां रोजगार लेने की बजाय रोजगार देने वाले बनें। इसके लिए हमने स्वरोजगार के लिए युवा उद्यमी योजना शुरू की है। मिस कॉल या एसएमएस करें मुख्यमंत्री ने चिठ्ठी में बहनों से अपील की है कि चिठ्ठी मिलने के बाद वे चिठ्ठी में दिए गए मोबाइल नंबर पर मिस कॉल, एसएमएस या वॉट्सएप करें। इस अपील के साथ लिखा है कि चिठ्ठी के मिलते ही ये समझ लीजिएगा कि आपका भाई आपके द्वार आ गया।