व्यापमं पर बोले शिवराज, कहा- मैं निर्दोष था इसलिए मिला क्लीनचिट
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना चौहान ने कहा, सरकार में रहकर अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ आरोप लगाना कुछ लोगों की आदत है।
भोपाल (एएनआई)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि व्यापमं घोटाले की जांच में सत्य साबित हो गया है। शिवराज का यह बयान तब आया है जब मंगलवार को ही सीबीआई ने घोटाले में 490 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दी। शिवराज ने संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में कहा, मैं निर्दोष था इसलिए मुझे क्लीनचिट मिला।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना चौहान ने कहा, सरकार में रहकर अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ आरोप लगाना कुछ लोगों की आदत है। हालांकि आरोप लगाना विपक्ष का अधिकार है लेकिन वे तथ्य आधारित होने चाहिए। सीबीआई ने अपने रिपोर्ट में कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सौंपे गए हार्ड डिस्क में कोई सच्चाई नहीं है।
बता दें कि, दिग्विजय सिंह ने 2015 में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर व्यापम कार्यालय से बरामद हार्ड डिस्क और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच की मांग की थी। साथ ही उन्होंने घोटाले से जुड़े एक पेन ड्राइव बरामद करने का भी दावा किया था।
मंगलवार को सीबीआई के द्वारा आरोपपत्र दायर करने के बाद भी कांग्रेस नेता ने कहा कि जांच एजेंसी भाजपा के दबाव में ये रिपोर्ट लेकर आई है। कांग्रेस नेता के. के. मिश्रा ने कहा कि सीबीआई एक जांच एजेंसी है, न कि अदालत जो चौहान को क्लीन चिट दे दे। यह सुप्रीम कोर्ट का अपमान है। अन्य कांग्रेस नेता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा शिवराज सिंह को बचाने की कोशिश कर रही है।
गौरतलब है कि, घोटाले में मेडिकल छात्र, राज्य सरकार के कर्मचारी, निरीक्षक, परिवहन कांस्टेबल, पुलिसकर्मी, स्कूल शिक्षक, डेयरी सप्लाई ऑफिसर्स और फ़ॉरेस्ट गार्ड सहित 13 अलग-अलग परीक्षाएं शामिल थीं। व्यापम से जुड़े परीक्षा में लगभग 3.2 मिलियन छात्रों ने भाग लिया था। बता दें कि व्यापम घोटाले की जांच के दौरान कई लोगों की मौत का मामला सामने आया था।
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