बच्चों के साथ दुष्कर्म की वजह अश्लील वेबसाइट, शिवराज ने प्रतिबंध के लिए लिखा पत्र
मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहीं दुष्कर्म की वारदातों के कारणों का शिवराज सरकार ने कराया अध्ययन।
नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में बढ़ रहीं दुष्कर्म की वारदातों से चिंतित शिवराज सरकार ने इसके कारणों का अध्ययन कराया है। इसमें सामने आया कि बच्चों के साथ ऐसी घटनाएं अश्लील वेबसाइट के कारण होती हैं। इससे संबंधित एक अंतरराष्ट्रीय वाट्सएप ग्रुप का मध्य प्रदेश साइबर पुलिस पर्दाफाश भी कर चुकी है। इस मामले में एक नाबालिग सहित तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। ऐसे में अश्लील वेबसाइट्स पर प्रतिबंध के लिए मप्र सरकार ने केंद्र को पत्र लिखा है।
150 ऐसी वेबसाइट चिह्नित की हैं
मप्र साइबर पुलिस ने करीब 150 ऐसी वेबसाइट चिह्नित की थीं। इनमें से 10 के करीब कुछ समय बाद बंद हो गई, लेकिन अन्य का संचालन जारी है। साइबर पुलिस ने 25 वेबसाइट को लेकर गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी है। इन्हें बंद करवाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया है।
कुवैत संचालित हो रहा था वाट्सएप ग्रुप
अश्लील फोटो, वीडियो वाले वाट्सएप ग्रुप भी साइबर पुलिस की खुफिया नजर में थे। इनमें से एक ग्रुप कुवैत में बैठे एडमिन द्वारा संचालित था। इसका नाम बदलता रहता था। इस ग्रुप में 255 सदस्य हैं, जिनमें से 131 भारत और 80 पाकिस्तान के हैं। इसके अलावा यूएई और पेरू जैसे देशों के लोग भी सदस्य हैं। ग्रुप एडमिन द्वारा सदस्य बनाने के लिए सोशल मीडिया या ई-मेल के माध्यम से लिंक भेजे जाते हैं।
आइजी इंटेलीजेंस मकरंद देउस्कर ने बताया कि अश्लीलता वाले वाट्सएप ग्रुप के 131 भारतीय सदस्यों में से चार मप्र-छत्तीसगढ़ के थे। मप्र के तीन सदस्यों में धार जिले का एक हायर सेकेंडरी का छात्र भी है, जिसको पकड़ लिया गया है। इसके अलावा धार जिले का बर्तन व्यापारी ओंकार सिंह राठौर (43) व पीथमपुर का इंजीनियरिंग ग्रेजुएट मकरंद सालुंके को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सीआइडी ने भी 21 मार्च से अश्लील वीडियो के खिलाफ अभियान चलाया है। इसमें 25 मामले सामने आए हैं, जिन पर कार्रवाई की जा रही है।
हमने अध्ययन कराया है
दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर गृह विभाग ने अध्ययन कराया था। इसमें सामने आया है कि कम आयु के बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का एक कारण अश्लील वेबसाइट भी है। इनमें से 25 वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है।
-भूपेंद्र सिंह, गृह मंत्री, मप्र