भाजपा की जीत के जश्न में शिवसेना ने डाला रंग में भंग
शिवसेना ने जीत का जश्न मना रही भाजपा के रंग में भंग डाल दिया है। उसका कहना है कि भाजपा सिर्फ असम में जीती है लिहाजा पीएम की नीतियों काेे हर जगह समर्थन नहीं मिला है।
मुंबई (आइएएनएस)। केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार में शामिल शिवसेना ने लगातार दूसरे दिन अपने सहयोगी दल पर हमला जारी रखा। शनिवार को अपने मुखपत्र सामना में प्रकाशित संपादकीय में कहा है कि भाजपा को पांच राज्यों के चुनाव नतीजों को अपने पक्ष में नहीं बताना चाहिए। शिवसेना ने पूछा है कि कल यदि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप या हिलेरी क्लिंटन को जीत मिलती है या पाकिस्तान में नवाज शरीफ चुनाव जीत जाते हैं, तो क्या इसे मोदी सरकार की उपलब्धि मानी जाएगी?
संपादकीय के अनुसार, भाजपा ने सिर्फ असम का चुनाव जीता है, जबकि केरल में वाम मोर्चा, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और पुडुचेरी में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन को जीत मिली है। इसलिए यह कहना गलत है कि जनता ने केंद्र में भाजपा सरकार के कार्यकाल का खुले दिल से समर्थन किया है। यदि इस बात में सच्चाई होती, तो अन्य राज्यों के मतदाताओं ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और उनकी नीतियों का समर्थन किया होता।
संपादकीय में कहा गया है कि असम के अलावा अन्य चारों राज्यों में पार्टियों ने स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ा और उन्हें जीत मिली। शिवसेना ने चुनाव नतीजों को राजग सरकार के अच्छे काम का समर्थन बताने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं की आलोचना की है।