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हुड्डा-तंवर गुट में खूनी संग्राम की शिंदे ने शुरू की जांच

राहुल गांधी की किसान यात्रा के दौरान पिटाई संग्राम में घायल हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर ने सोमवार को इसकी जांच के लिए गठित शिंदे समिति के सामने अपना पक्ष रखा।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 17 Oct 2016 08:28 PM (IST)Updated: Mon, 17 Oct 2016 09:33 PM (IST)
हुड्डा-तंवर गुट में खूनी संग्राम की शिंदे ने शुरू की जांच

नई दिल्ली, (जागरण ब्यूरो)। हरियाणा कांग्रेस के पिटाई संग्राम को गंभीरता से ले रहे पार्टी हाईकमान ने इसकी जांच शुरू कर दी है। राहुल गांधी की किसान यात्रा के दौरान पिटाई संग्राम में घायल हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर ने सोमवार को इसकी जांच के लिए गठित शिंदे समिति के सामने अपना पक्ष रखा।

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तंवर के अलावा हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी भी जांच समिति के सामने तथ्य रखने और गवाही देने के लिए पेश हुई। समझा जाता है कि अशोक तंवर ने शिंदे समिति के समक्ष भैरों मार्ग पर राहुल गांधी की किसान यात्रा के दौरान उनकी पिटाई के लिए सीधे तौर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 6 अक्टूबर को दिल्ली के भैरों मार्ग में राहुल की किसान यात्रा के दौरान तंवर और हुड्डा गुट के बीच हुए खूनी संघर्ष की जांच के लिए पिछले हफ्ते पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की अध्यक्षता में इस जांच समिति का गठन किया था। शिंदे ने घटना की जांच कर हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए आज घटना से जुड़े सभी पक्षों से उनकी बात सुननी शुरू की। इस दौरान शिंदे के साथ हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी महासचिव कमलनाथ भी मौजूद थे।

सूत्रों के अनुसार अशोक तंवर ने शिंदे समिति के समक्ष भैरों मार्ग पर हुड्डा समर्थकों के उनके लोगों पर हमले का ब्यौरा देते हुए बताया है कि वास्तव में यह पूरी व्यूह रचना उन पर हमले की थी। इसलिए हुडा गुट का यह कहना कि तंवर का सिर बीच-बचाव करने के दौरान फूटा यह गलत है। समझा जाता है कि तंवर ने शिंदे समिति को अपनी चोट के मेडिकल रिपोर्ट का पूरा ब्यौरा भी दिया जिससे पता चलता है कि उनकी चोट केवल एक संयोग नहीं बल्कि निशाना बनाकर उन्हें मारा गया था।

सूत्रों के अनुसार तंवर ने शिंदे समिति को यह भी बताया कि हरियाणा कांग्रेस को हुड्डा गुट पूरी तरह अपने कब्जे में रखना चाहता है। जबकि वे सभी वर्गो और उनके नेताओं के साथ समन्वय बनाकर चलना चाहते हैं। ताकि इससे पार्टी पर केवल एक व्यक्ति विशेष का एकाधिकार न हो। भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी जांच समिति उनका पक्ष जानेगी।

किरण चौधरी ने शिंदे समिति के सामने अपना रूख रखने के बाद मीडिया से कहा कि घटना को लेकर उन्होंने वस्तुस्थिति के साथ अपना पक्ष रख दिया है। अब शिंदे समिति जांच के निष्कर्षो के साथ हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मंगलवार को शिंदे समिति भैरो मार्ग की मारपीट में घायल कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनका पक्ष भी जानेगी।

एक-दूसरे का चीरहरण करने को तैयार हुड्ड़ा और तंवर समर्थक


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