शीना हत्याकांड: इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना गिरफ्तार
शीना बोरा हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कोलकाता से हुई है। वहीं इस हत्याकांड में पत्नी इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ्तारी से पति पीटर मुखर्जी हैरान हैं।
मुंबई। शीना बोरा हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कोलकाता से हुई है। वहीं इस हत्याकांड में पत्नी इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ्तारी से पति पीटर मुखर्जी हैरान हैं। शीना को इंद्राणी की बहन नहीं बेटी बताए जाने के खुलासे पर स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी ने कहा कि शीना मेरी पत्नी की छोटी बहन है, ऐसा में पिछले 15 सालों से जानता था। इंद्राणी ने उससे मुझे अपनी बहन के तौर पर मिलवाया था।
पीटर ने कहा कि मैं इंद्राणी के अभिभावकों से कभी नहीं मिला। प्रॉपर्टी का विवाद है भी या नहीं, मुझे इस बारे में नहीं पता है। हम इस मामले की जांच में पुलिस की पूरी मदद करेंगे। पीटर ने बताया कि शीना का मेरे बेटे का संबंध था, लेेकिन मैंने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद से शीना मेरे पास नहीं आई। मुझे मेरे बेटे ने बताया कि उसे अमेरिका भेज दिया गया है और अब वह नहीं लौटेगी।
पीटर ने कहा कि इंद्राणी और शीना के बीच संबंधों में कुछ भी ऐसा नहीं था, जो मुझे गड़बड़ लगे। दोनों के बीच ऐसा झगड़ा नहीं था कि इस पर ध्यान दिया जाए। मुझे इंद्राणी ने मिखाइल बोरा को भाई और शीना को बहन के तौर पर मिलवाया था। मैंने उसकी बात पर भरोसा किया। हम पुलिस को जांच में पूरा सहयोग करेंगे। सच्चाई जो भी है, लोगों केे सामने आनी चाहिए।
उधर, इंद्राणी के भाई मिखाइल बोरा ने कहा कि इस बात पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि प्रॉपर्टी विवाद की वजह से शीना की हत्या कर दी गई। उन्हाेंने कहा कि पिछले सितंबर से इंद्राणी की ओर से उन्हें कोई वित्तीय मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि यदि इंद्राणी अपना अपराध कबूल नहीं करती है तो मैं हत्या की असली वजह पुलिस को बताऊंगा। मैं पुलिस को साक्ष्य दूंगा।
गौरतलब है कि इंद्राणी को कल पुलिस ने शीना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। स्थानीय अदालत ने उसे 31 अगस्त तक पुलिस हिरासत में सौंप दिया है। वर्ष 2008 में वॉल स्ट्रीट जनरल ने इंद्राणी को दुनिया की 50 महिला उद्यमियों में 41वें स्थान पर रखा था। शीना की हत्या 2012 में कर दी गई थी और उसका शव रायगढ़ के जंगल में फेंक दिया गया था।
पुलिस को यदि एक मुखबिर ने सूचना नहीं दी होती तो तीन वर्ष पुराना यह मामला आज भी मुंबई पुलिस के अनसुलझा रहता। मुखबिर ने पुलिस को शीना बोरा की हत्या के बारे में बताया और उसने पुलिस को शव तक भी पहुंचने में मदद की।
मिली सूचना के आधार पर कुछ दिनों पहले खार पुलिस ने इंद्राणी के ड्राइवर को दबोच लिया और उससे गहन पूछताछ की। ड्राइवर ने पुलिस के सामने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और बताया कि इंद्राणी के कहने पर अंजाम दिया था। उसने बताया कि शीना का शव रायगढ़ के जंगलों में फेंका था। मुंबई पुलिस ने रायगढ़ पुलिस से संपर्क साधा। रायगढ़ पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि बताई गई जगह से एक अज्ञात महिला का कंकाल पाया गया था।
इस पुष्टि के बाद ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी जानकारी के आधार पर इंद्राणी को पूछताछ के लिए बुलाया। मंगलवार को तीन घंटे की लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को बांद्रा महानगर दंडाधिकारी अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 31 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ भादवि की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत नष्ट करने) के तहत मामला दर्ज किया है।