EXCLUSIVE: कुछ दिन मां के साथ रहना चाहती थी शैलजा, डांस व कुकिंग का था शौक
शैलजा को हिंदी फिल्में देखने के अलावा नृत्य करने, गाने और कुकिंग का शौक था। उन्होंने एक एनजीओ के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में मदद भी की।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। अमृतसर के जागरण संवाददाता के मुताबिक, दिल्ली में सेना के मेजर की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या का मामला सुर्खियों में आने के बाद पुतलीघर की गली नंबर-3 स्थित उनके घर पर सन्नाटा पसरा है। यहां शैलजा की मां और भाई सुकरण कालिया रहते हैं। शैलजा के पति मेजर अमित द्विवेदी का ट्रांसफर कुछ समय पहले अमृतसर हो गया था। शैलेजा चाहती थीं कि पिता सुभाष कालिया की मौत के बाद वह कुछ समय अपनी मां व भाई सुकरण कालिया के साथ भी बिताएं। सुकरण वकील हैं और रविवार को वह दिल्ली से लौटे।
उन्होंने बताया कि शैलजा के पति अमित द्विवेदी को कुछ दिन पहले ही अमृतसर स्टेशन पर पोस्टिंग के आदेश हुए थे। दो महीने की ट्रेनिंग के बाद अमित और शैलजा यहीं आकर रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि एमआरआइ करवाने के बाद उनकी बहन शैलजा को अमृतसर लौटना था कि उससे पहले परिवार को सूचना मिली कि किसी ने शैलजा की हत्या कर दी है। उन्होंने बताया कि शैलजा और उनकी बड़ी बहन दिव्या पिता सुभाष की लाडली थीं। बहन की बचपन की यादें आज भी उनके मन में जीवंत हैं। सुकरण मां को लेकर दोबारा दिल्ली लौट गए हैं।
गांवों के जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाकर आगे बढ़ाया
शैलजा गुरुनगरी में ही पली-बढ़ी थीं। उनके कुछ जानकारों ने बताया कि शैलजा ने डीएवी कॉलेज से ट्रैवल एंड टूरिज्म में ग्रेजुएशन करने के बाद गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से जियोग्राफी और टाउन प्लानिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन की थी। वह पांच साल तक यूनिवर्सिटी में लेक्चरर भी रहीं। हालांकि 2009 में शैलजा ने आर्मी अफसर अमित द्विवेदी के साथ शादी करने के बाद अपना ज्यादातर समय परिवार को ही दिया।
नृत्य व कुकिंग का शौक था शैलजा को
शैलजा को हिंदी फिल्में देखने के अलावा नृत्य करने, गाने और कुकिंग का शौक था। उन्होंने एक एनजीओ के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में मदद भी की। इस दौरान शैलजा ने देश की 48 शादीशुदा सुंदरियों में अपनी जगह बनाई। अक्टूबर 2017 में उन्होंने मिसेज इंडिया अर्थ का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने पुणो के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से मॉडलिंग और पर्सनेलिटी डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी ली थी।
आखिर क्यों की गई शैलजा की हत्या
शैलजा हत्याकांड में अभी कई खुलासे होने बाकी हैं। पुलिस ने महज 24 घंटों में हत्याकांड में शामिल एक आरोपी मेजर निखिल हांडा को गिरफ्तार कर साबित कर दिया है कि वह इस मामले की तह तक जाएगी और हत्या के पीछे छिपे कारणों को परत दर परत खंगालेगी। भले ही हत्या के पीछे कई कारण हों लेकिन फौरी तौर पर यह मामला लव एंगल से भी जुड़ा नजर आ रहा है। मेजर निखिल हांडा की गिरफ्तारी के बाद हत्या की गुत्थी काफी हद तक सुलझती नजर आ रही है लेकिन यह पता लगना अब भी बाकी है कि आखिर वो कौन सी वजह से जिसके कारण शैलजा की गला रेतकर बेरहमी से हत्या की गई और इस पूरी वारदात को एक्सीडेंट के तौर पर दिखाने की कोशिश की गई।
हत्या के बाद ऑफिसर्स मेस में रुका था आरोपी निखिल
दिल्ली में मेजर की पत्नी की हत्या में आरोपित मेजर मेरठ के कैंट स्थित ऑफिसर्स मेस में रुका हुआ था। लालकुर्ती थाने के इंस्पेक्टर रघुराज सिंह ने बताया कि दिल्ली के नारायणा थाने के इंस्पेक्टर मनोज कुमार टीम के साथ मेजर निखिल हांडा का पीछा कर रहे थे। कभी उसका मोबाइल बंद हो जाता तो कभी खुल जाता। मेरठ कैंट में शनिवार की देर रात उसका मोबाइल बंद हुआ। अलसुबह तीन बजे फिर से मेजर का फोन खुला। उसी समय लोकल पुलिस को साथ लेकर दिल्ली पुलिस ने मेजर का पीछा किया और कंकरखेड़ा फ्लाईओवर से पहले ही उसे पकड़ लिया गया। उसने बताया कि वह मेरठ में पहले रहा है। उसे कैंट के कुछ अफसर जानते थे। इसलिए वह ऑफिसर्स मेस में रुक गया था।