सीमा पर तनातनी के बीच लद्दाख के प्रतिनिधियों से मिले शाह, नार्थ ईस्ट समिट का आज करेंगे उद्घाटन
नार्थ ईस्ट समिट के दौरान अमित शाह पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों की कार्ययोजना की रूपरेखा प्रस्तुत कर सकते हैं। पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृति और पर्यटन स्थलों के प्रति देश और दुनिया को जागरूक करना है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा पर चल रही तनातनी के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने लद्दाख के जनप्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की और केंद्र शासित प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों और उनकी मांगों पर चर्चा की। इसके साथ ही शाह रविवार को 'डेस्टीनेशन नार्थ ईस्ट समिट 2020' का उद्घाटन करेंगे। चार दिन तक चलने वाले इस समारोह में पूर्वोत्तर भारत के पर्यटन, संस्कृति, धरोहर और व्यापारिक क्षमताओं का प्रर्दशन किया जाएगा।
लद्दाख में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिनिधियों से हुआ विचार विमर्श
पिछले साल केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा हासिल करने वाले लद्दाख के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात के दौरान खेल मंत्री किरण रिरिजू, गृह राज्यमंत्री जी कृष्ण रेड्डी, गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार भी मौजूद थे। इनकी मौजूदगी से अनुमान लगाया जा रहा है कि चर्चा के दौरान लद्दाख के इलाके में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत संरचना के निर्माण से लेकर सुरक्षा से जुड़े मामलों पर चर्चा की गई। पिछले चार महीने से लद्दाख से लगी चीन की सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनातनी जारी है और इस दौरान कई झड़पें भी हो चुकी हैं।
नार्थ ईस्ट समिट के दौरान शाह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना की रूपरेखा पेश करेंगे
वहीं रविवार को नार्थ ईस्ट समिट के दौरान अमित शाह पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभी तक उठाए गए कदमों और आगे की कार्ययोजना की रूपरेखा प्रस्तुत कर सकते हैं। इस समारोह का मुख्य उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृति और पर्यटन स्थलों के प्रति देश और दुनिया को जागरूक करना है। पिछले पांच सालों में आधारभूत संरचना के बेहतर ढांचे के निर्माण से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए बेहतर विकल्प रूप में उभरा है।