देश भर में आयुष्मान भारत के तहत 31 मार्च तक चालू हो जाएंगे 70 हजार स्वास्थ्य केंद्र
सरकार ने रखा था आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य एवं वेलनेस सेंटर शुरू करने का लक्ष्य।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने 31 मार्च तक 70000 आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) के संचालन के लक्ष्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। 31 मार्च तक 70 हजार आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य एवं वेलनेस सेंटरों (एबी-एचडब्ल्यूसी) के संचालित करने के लक्ष्य के साथ ही भारत ने प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने की दिशा में अहम पड़ाव हासिल कर लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि अभी तक 41.35 करोड़ लोग इन सेंटरों तक पहुंच चुके हैं। लाभ लेने वालों में से करीब 54 फीसद महिलाएं हैं।
मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद इस गति से प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने की यह उपलब्धि केंद्र और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के बीच उच्च स्तरीय समन्वय की बदौलत हासिल हुई है। मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल 2018 में आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य एवं वेलनेस सेंटर को शुरू करना भारत के सार्वजनिक स्वास्थ्य के इतिहास में एक अविस्मरणीय पल था। शहरी और ग्रामीण इलाकों में 1.5 लाख उप स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को दिसंबर 2022 तक एबी-एचडब्ल्यूसी में परिवíतत करने और व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल देने का लक्ष्य रखा गया है।
कांग्रेस की मांग, कुछ ही महीनों में सभी को लगे कोरोना टीका
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार इस जानलेवा वायरस को फैलने से रोकने में नाकाम साबित हो रही है। विपक्षी दल ने कहा कि देश में टीकाकरण को बढ़ाने के लिए सरकार एक विस्तृत योजना लेकर आए।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आरोप लगाया कि सरकार वायरस को गंभीरता से नहीं ले रही। उन्होंने कहा, 'कोविड-19 की दूसरी लहर हमारी ओर बढ़ रही है। सरकार महामारी पर काबू पाने के लिए तत्काल कदम उठाए।सिंघवी ने कहा, 'हालात को काबू से बाहर क्यों होने दिया जा रहा है? तथाकथित सख्त लाकडाउन के बाद शुरुआत में हमने जो प्रगति की थी, वह बेकार हो जाएगी तो फिर क्या मतलब रह जाएगा? सरकार मूकदर्शक क्यों बनी हुई है? टीकाकरण अभियान को तेज क्यों नहीं किया गया?