लापरवाही ने ली मासूम की जान; बंद कार में तड़प-तड़पकर काल के गाल में समा गया साईबाबा
कई बार लापरवाही की ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो मन को विचलित कर देती हैं। ऐसी ही लापरवाही की घटना आंध्र प्रदेश के डोममेरू गांव में हुई।
पश्चिम गोदावरी, एएनआइ। कई बार लापरवाही की ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो मन को विचलित कर देती हैं। ऐसी ही लापरवाही की घटना आंध्र प्रदेश के डोममेरू गांव में हुई। दरअसल, सात साल का मासूम साई बाबा बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते वह एक कार के पास गया जो नजदीक ही पार्क की गई थी। कार का दरवाजा लॉक नहीं था। बच्चे ने कार का दरवाजा खोला और उसमें जा बैठा। इस दौरान बच्चे ने कार का दरवाजा बंद कर लिया और गाड़ी के भीतर ही खेलने लगा। कार पूरी तरह कवर से ढकी हुई थी।
कोवुरु नगर पुलिस थाने के उप निरीक्षक विष्णुवर्धन ने बताया कि मौके पर कोई दूसरा व्यक्ति मौजूद नहीं था जिसकी बच्चे पर निगाह पड़ती। तकरीबन चार घंटे तक जब बच्चा परिजनों के पास नहीं पहुंचा तो उन्हें चिंता हुई। इसके बाद परिजनों ने बच्चे की खोजबीन शुरू की। काफी खोजबीन के बाद उन्हें पास ही खड़ी गाड़ी में बच्चे के होने का संदेह हुआ तो उन्होंने कार का कवर हटाकर दरवाजा खोला। कार में बच्चे को देख उनकी चीख निकल गई। बच्चा कार में ऑक्सिजन के अभाव में बेहोश हो चुका था। यह घटना सोमवार की है।
उप निरीक्षक विष्णुवर्धन ने बताया कि इसके बाद बच्चे के परिजन उसे बेहोशी की हालत में कोवुरु स्थित सरकारी अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत करार दिया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इस घटना की बाबत अभी कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। अभी कुछ ही दिनों पहले बच्चे के पिता की भी मौत हो गई थी। मासूम साई बाबा को लेकर उसकी मां लक्ष्मी अपने मायके में रह रही थी। बताया जाता है कि यदि कार का दरवाजा लॉक रहा होता तो बच्चे की मौत नहीं होती। एक छोटी सी लापरवाही का शिकार हुए साईबाबा की मां लक्ष्मी अब बिल्कुल अकेली हो गई है।
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