हिमालय संरक्षण के लिए समर्पित निकाय स्थापित हो: जोशी
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने हिमालय के संरक्षण को खासतौर से उत्तराखंड में जलप्रलय के बाद तत्काल कदम उठाने के लिए दबाव बनाया है। उन्होंने मंगलवार को एक समर्पित केंद्रीय निकाय स्थापित करने का विचार रखा जो पहाड़ों में गतिविधियों और पर्यावरण संरक्षण के कामों की निगरानी करेगी। जोशी ने कह
नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने हिमालय के संरक्षण को खासतौर से उत्तराखंड में जलप्रलय के बाद तत्काल कदम उठाने के लिए दबाव बनाया है। उन्होंने मंगलवार को एक समर्पित केंद्रीय निकाय स्थापित करने का विचार रखा जो पहाड़ों में गतिविधियों और पर्यावरण संरक्षण के कामों की निगरानी करेगी।
जोशी ने कहा, 'हिमालय का अस्तित्व उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, दार्जिलिंग और नेपाल के लिए अलग नहीं है बल्कि एक है। यह एक प्रणाली है। इसलिए इसकी सुरक्षा के लिए समुचित व्यवस्था होनी चाहिए और हमने अपने घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख किया था।' उन्होंने कहा, 'हमें हिमालय की सुरक्षा के लिए एक प्रणाली बनाने की जरूरत है और संसद द्वारा हर साल इसके लिए धन का आवंटन किया जाना चाहिए। हमें एक समर्पित ईकाई जैसे हिमालय विकास प्राधिकरण बनानी चाहिए।' भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि एक निकाय जो हिमालय में किस प्रकार की तकनीक प्रयोग में लाई जाए, किस तरह के मकान और सड़कें बनाई जाएं और स्थापित की जा सकने वाली औद्योगिक ईकाइयों की पहचान करे। यहां अखिल भारतीय उत्तराखंड त्रासदी पीड़ित मंच द्वारा पिछले साल उत्तराखंड में आए जलप्रलय के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान जोशी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर हिमालय सुरक्षित रहने पर ही देश सुरक्षित होगा।