Move to Jagran APP

सीबीआइ ने बरामद की शहीद डीएसपी की पिस्टल

प्रतापगढ़ [जासं]। बलीपुर के तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम को शनिवार को बड़ी सफलता मिली। सीबीआइ ने शाम को बलीपुर चौराहे के निकट चोखेलाल की चाय की दुकान के पीछे पानी भरे गड्डें से सीओ की पिस्टल बरामद कर ली। इधर, प्रधान नन्हे यादव की हत्या के मुख्य आरोपी कामता पाल और उसके बेटे अजय पाल ने शनिवार को कुंडा स्थित सीबीआइ के कैंप कार्यालय पर आत्मसमर्पण कर दिया।

By Edited By: Published: Sat, 16 Mar 2013 05:20 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2013 09:41 PM (IST)
सीबीआइ ने बरामद की शहीद डीएसपी की पिस्टल

प्रतापगढ़ [जासं]। बलीपुर के तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम को शनिवार को बड़ी सफलता मिली। सीबीआइ ने शाम को बलीपुर चौराहे के निकट चोखेलाल की चाय की दुकान के पीछे पानी भरे गड्डें से सीओ की पिस्टल बरामद कर ली। इधर, प्रधान नन्हे यादव की हत्या के मुख्य आरोपी कामता पाल और उसके बेटे अजय पाल ने शनिवार को कुंडा स्थित सीबीआइ के कैंप कार्यालय पर आत्मसमर्पण कर दिया।

loksabha election banner

हथिगवां क्षेत्र के बलीपुर में प्रधान नन्हे यादव, उनके भाई सुरेश यादव व सीओ जियाउल हक की हत्या की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने आठ मार्च से कुंडा कैंप कार्यालय पर डेरा डाल दिया था। सीबीआइ का सबसे अधिक जोर सीओ जियाउल हक की लूटी गई पिस्टल की बरामदगी पर था। शुक्रवार को प्रधान के बेटे बबलू को हिरासत में लिए जाने के बाद यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि जल्द ही सीओ की पिस्टल मिल जाएगी।

इस बीच शनिवार की शाम डिप्टी एसपी एसएस गुरुम की अगुवाई में सीबीआइ टीम मऊदारा होते हुए बलीपुर चौराहे पर उस जगह पहुंची, जहां प्रधान नन्हे की हत्या हुई थी। सीबीआइ टीम सीधे चोखेलाल की चाय की दुकान के पीछे स्थित पानी भरे गढ्डें के पास पहुंची और उस गढ्डें से सीओ की पिस्टल [मैंगजीन समेत] बरामद कर लिया।

बताते हैं कि बलीपुर गांव के ही कुछ बच्चों ने बैर तोड़ते वक्त गड्ढे में पिस्टल देखी तो वहीं रहने वाले एक युवक को जाकर यह बात बता दी। युवक ने फौरन पिस्टल के बारे में चौराहे पर तैनात पीएसी के जवानों को बताया। मौके पर जाकर पिस्टल तस्दीक करने के बाद पीएसी के जवानों ने पुलिस अफसरों को इसकी जानकारी दी। अफसरों की सूचना पर सीबीआइ टीम ने मौके पर पहुंचकर पिस्टल को बरामद कर लिया। चर्चा यह भी थी कि वहां से कारतूस का खोखा भी बरामद हुआ है।

इधर, घटना के बाद से कामता पाल, उसके बेटे अजय, विजय समेत अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम को इन आरोपियों की सरगर्मी से तलाश थी। सीबीआइ के बढ़ते दबाव के बीच शनिवार को सुबह लगभग साढ़े दस बजे कामता पाल के बेटे अजय पाल के साथ कुंडा स्थित सीबीआइ के कैंप कार्यालय पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद कामता, अजय के अलावा गुड्डूं सिंह, राजीव सिंह से घंटों पूछताछ चली।

इसी दौरान कुछ खास क्लू मिलने के बाद सीबीआइ के अधिकारी सक्रिय हो गए और दो अलग-अलग टीमें बलीपुर गांव और जिला मुख्यालय स्थित सीएमओ दफ्तर के लिए निकल पड़ीं। सीएमओ दफ्तर में सीओ के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डा.अनिरुद्ध सिंह, डा.अरविंद वर्मा, डा.संजय शर्मा से दुबारा दो घंटे तक पूछताछ की गई।

दूसरी टीम ने बलीपुर में कामता के भतीजे मनोज और कई ग्रामीणों से घटना के बारे में पूछताछ की। इसके अलावा एक टीम कैंप कार्यालय पर पूछताछ करती रही। शनिवार को राजा भैया के करीबी नन्हे सिंह को दुबारा बुलाकर पूछताछ की गई। सूत्रों की मानें तो राजा भैया की कोठी पर काम करने वाले दो कर्मचारियों से भी सीबीआइ ने पूछताछ की है जो बलीपुर में ही रहते हैं। जबकि प्रधान के भाई फूलचंद्र, बेटे बबलू उर्फ योगेंद्र व उनके घर की महिलाओं को पूछताछ के बाद शुक्रवार रात छोड़ दिया गया था।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.