बेंगलुरु: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की घर में गोली मारकर हत्या
हमलावरों ने राजाराजेश्वरी स्थित उनके घर में घुसकर उन्हें गोली मार दी। इस घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे।
बेंगलुरु, प्रेट्र। हिंदुत्ववादी राजनीति की धुर विरोधी माने जाने वाली वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई। कर्नाटक के पुलिस प्रमुख आरके दत्ता ने बताया कि बेंगलुरु के राज राजेश्वरी नगर स्थित लंकेश के निवास के बाहर ही अज्ञात लोगों ने उन्हें गोली मारी है। दत्ता ने बताया कि हाल की उनकी मुलाकातों में गौरी ने कभी भी अपनी जान को खतरा होने की बात नहीं कही थी। जब उनसे पूछा गया कि गौरी लंकेश की हत्या कौन कर सकता है, तो उन्होंने कहा कोई भी अनुमान लगाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि पहले जांच हो जाने दीजिये।
वहीं गौरी लंकेश के भाई इंद्रजीत लंकेश ने बताया, ' वह एक सामाजिक कार्यकर्ता थी और वह अपना कार्य कर रही थी। जहां तक हमें पता है उन्हें अभी तक कोई धमकी नहीं मिली थी। गोली उनकी छाती में मारी गई थी। सीसीटीवी हर चीज कैद है। पुलिस से आग्रह है कि वह इसे मेरे और मेरी मां के सामने खोले।'
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने भी गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताते हुए है कि उन्हें उम्मीद है कि तेजी से जांच होगी और न्याय होगा। वहीं कर्नाटक के कानून मंत्री टीबी जयचंद्र ने कहा, 'हत्या के पीछे कुछ षड्यंत्र जरूर होगा जिससे हम इनकार नहीं कर सकते। यह कलबर्गी मुद्दे की तरह है। जांच जारी है, मैं गृहमंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हूं।'
कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने गौर की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि यह बहुत ही चिंताजनक घटना है। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता प्रह्ललाद जोशी ने गौरी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था जिसमें वह दोषी पाई गई। उनके अखबार में कुछ भाजपा नेताओं के खिलाफ एक रिपोर्ट छपी थी। 50 साल से ऊपर की आयु वाली गौरी कन्नड़ के टैबुलाइट 'गौरी लंकेश पत्रिका' की संपादक थीं। वह इस अखबार के अलावा कुछ अन्य प्रकाशनों की भी मालिक थीं।
सोशल साइट ट्विटर पर भी वरिष्ठ पत्रकार की हत्या को लेकर खासी चर्चा हुई। मीडिया की प्रख्यात हस्ती वीर सांघवी ने कहा कि वह बतौर मित्र और प्रशंसक बेहद स्तब्ध हैं। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर यह भाजपा शासित राज्य में हुआ होता तो लिबरलों ने इमरजेंसी, असहिष्णुता और फासीवाद का रोना शुरू कर दिया होता। जबकि वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया कि बहादुर पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या बेहद दुखद और स्तब्ध करने वाली है। गौरी जिसने भाजपा को एक्सपोज किया उसे घर के बाहर गोली मार दी गई।
Scene outside senior journalist Gauri Lankesh's residence in Bengaluru's Rajarajeshwari Nagar: Lankesh was shot dead this evening pic.twitter.com/Ia46PVtJMO
— ANI (@ANI) September 5, 2017
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