आंध्र के लिए राहत लेकर आया चक्रवात
आमतौर पर चक्रवात की सूचना तटीय राज्यों के लिए बुरी खबर ही होती है, लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश के लिए यह सुखद अहसास लेकर आ रहा है। अलग तेलंगाना के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे बिजलीकर्मियों ने चक्रवात के मद्देनजर बृहस्पतिवार को अस्थाई रूप से काम पर लौटने का फैसला किया है। वहीं, केंद्र ने तेलंगाना गठन क
हैदराबाद। आमतौर पर चक्रवात की सूचना तटीय राज्यों के लिए बुरी खबर ही होती है, लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश के लिए यह सुखद अहसास लेकर आ रहा है। अलग तेलंगाना के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे बिजलीकर्मियों ने चक्रवात के मद्देनजर बृहस्पतिवार को अस्थाई रूप से काम पर लौटने का फैसला किया है। वहीं, केंद्र ने तेलंगाना गठन के फैसले से पीछे हटने से इन्कार कर दिया है। इस बीच, आंध्र बैंक ने हड़ताली सरकारी कर्मियों को एक महीने का वेतन कर्ज के तौर पर देने की पेशकश की है।
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बिजलीकर्मियों के काम पर लौटने पर पांच दिन से अंधेरे में डूबे सीमांध्र को कई-कई घंटे की कटौती से राहत मिलने की उम्मीद है। बुधवार की विफल मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने बृहस्पतिवार को भी बिजलीकर्मियों की संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर आग्रह किया कि वे चक्रवात को देखते हुए काम पर लौट आएं। हालात को समझते हुए बिजलीकर्मियों ने बृहस्पतिवार को अस्थाई तौर पर हड़ताल वापस लेने पर सहमति जता दी। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवातीय तूफान 12 अक्टूबर को तटीय आंध्र और ओडिशा से होकर गुजरेगा। इस दौरान बहुत तेज हवाएं भी चलेंगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद समिति के नेता साईबाबू ने कहा कि सीमांध्र में तत्काल बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। इस बीच समिति अन्य तरीकों से विरोध जारी रखेगी। इसके अलावा सीएम अनिश्चिकालीन अनशन पर बैठे सीमांध्र के अध्यापकों को मनाने में भी सफल रहे। हालांकि, आंध्र प्रदेश राज्य परिवहन निगम कर्मचारियों से उनकी बातचीत बेनतीजा रही।
तेलंगाना राज्य के गठन पर केंद्र का रुख स्पष्ट करते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि फैसले से पीछे हटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। बृहस्पतिवार को उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावनाओं को भी खारिज नहीं किया। हालांकि, उन्होंने तेलंगाना विधेयक को संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने को लेकर कोई वादा भी नहीं किया। उनके मुताबिक, तेलंगाना मसले पर गठित मंत्रिसमूह जल्द अपनी रिपोर्ट सौंप देगा। तेलंगाना गठन पर कैबिनेट की मंजूरी के खिलाफ जुबली हिल्स के अपने घर के बाहर अनशन पर बैठे वाईएसआर कांग्रेस नेता जगनमोहन रेड्डी को पुलिस ने बुधवार देर रात स्वास्थ्य बिगड़ने पर जबरन अस्पताल में भर्ती करा दिया था। उनके स्वास्थ्य को देखते हुए बृहस्पतिवार को भी इलाज जारी रहा। बताया जा रहा है कि उन्हें शुक्रवार को भी अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जाएगी। इस बीच, सार्वजनिक क्षेत्र के आंध्र बैंक ने 13.5 फीसद की ब्याज दर पर हड़ताली सरकारी कर्मियों को एक माह का वेतन कर्ज के तौर पर देने की पेशकश की है। बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि वेतन मिलने पर दो किस्तों में यह कर्ज लौटाना होगा।
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