महाराष्ट्र: ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ेे मामले, मुंबई में धारा 144 लागूू; लगाए गए कई प्रतिबंध
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण (ओमिक्रोन) के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई में कोविड प्रतिबंधों को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सड़कों पर मुंबई पुलिस लोगों की चेकिंग कर रही है। मुंबई में धारा 144 लागू है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण (ओमिक्रोन) के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई में कोविड प्रतिबंधों को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सड़कों पर मुंबई पुलिस लोगों की चेकिंग कर रही है। मुंबई में नए साल की पूर्व संध्या तक के लिए धारा 144 लागू है।
Maharashtra: Security tightened after section 144 CrPC imposed in Mumbai up to midnight on New Year's eve, in wake of #Omicron cases in the state
"Will take action if Covid appropriate behaviour will not be followed by people," said MIDC police inspector Nasir Kulkarni pic.twitter.com/ksAUr1LNoM— ANI (@ANI) December 15, 2021
पुलिस अधिकारी ने बताया, "जिन लोगों ने मास्क नहीं पहन रखा है उनके ख़िलाफ़ ज़ुर्माना लगाया जा रहा है।" किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।' दक्षिण अफ्रीका से आए कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की चपेट में अब तक देश के कई राज्य आ चुके हैं। बुधवार रात तक देश में ओमिक्रोन संक्रमण के 12 और नए मामले सामने आए हैं। इनमें से महाराष्ट्र और केरल में चार-चार मामले जबकि दो मरीज तेलंगाना और एक-एक बंगाल और तमिलनाडु में पाए गए हैं। इसके साथ ही देश में ओमिक्रोन के कुल मामलों की संख्या 73 हो गई है।
तेलंगाना में ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए दोनों मरीज गैर जोखिम वाले देशों से आए हैं जबकि ब्रिटेन से आए तीन लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया गया है और इन्हें ओमिक्रोन का संदिग्ध मामला मानकर आगे की जांच कराई जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 32 मामले मिल चुके हैं जिनमें से 25 संक्रमण से ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए। एक दिन पहले भी महाराष्ट्र में आठ मामले सामने आए थे।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक की। बैठक में केंद्र सरकार ने राज्यों को महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में मेडिकल आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सभी आक्सीजन उपकरणों की जांच परख करने को कहा। सरकार ने कहा कि इन संयंत्रों की पूर्ण कार्यक्षमता को सुनिश्चित करने के लिए माक ड्रिल का आयोजन कराया जाना चाहिए।