सुरक्षा एजेंसियों के झगड़े में बचता रहा यासीन भटकल
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले सात सालों के दौरान धमाकों के जरिये देश के कई शहरों को दहलाने वाला यासीन भटकल सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही और आपसी झगड़े की वजह से कानून की पकड़ से दूर रहा। डेढ़ साल पहले दिल्ली पुलिस भटकल तक पहुंचने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन अंतिम समय में मुंबई पुलिस ने पानी फेर दिया। इसी तरह चार साल
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले सात सालों के दौरान धमाकों के जरिये देश के कई शहरों को दहलाने वाला यासीन भटकल सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही और आपसी झगड़े की वजह से कानून की पकड़ से दूर रहा। डेढ़ साल पहले दिल्ली पुलिस भटकल तक पहुंचने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन अंतिम समय में मुंबई पुलिस ने पानी फेर दिया। इसी तरह चार साल पहले कोलकाता पुलिस को झांसा देकर भटकल बच निकला था।
दरअसल, दिल्ली पुलिस 2010 के मुंबई के दोहरे धमाके में नकी अहमद शेख की संलिप्तता के बारे में पता चला था। लेकिन छोटे गुर्गे को गिरफ्तार करने के बजाय दिल्ली पुलिस ने उसकी मदद से आतंक के आका तक पहुंचने की योजना बनाई। नकी ने दिल्ली पुलिस को बताया कि मुंबई धमाके के लिए यासीन ने वहां एक फ्लैट किराये पर लिया था और एडवांस में दिए पैसे और अन्य सामान लेने वह उस फ्लैट पर आने वाला है। दिल्ली पुलिस ने भटकल की गिरफ्तारी की पूरी ब्यूह रचना कर ली, लेकिन अंतिम समय में मुंबई पुलिस ने नकी को गिरफ्तार कर लिया। नकी की गिरफ्तारी से भटकल सतर्क हो गया और फ्लैट गया ही नहीं।
इसके पहले 2009 में कोलकाता पुलिस ने नकली भारतीय नोटों के रैकेट में संलिप्त होने के संदेह में यासीन भटकल को गिरफ्तार किया था। लेकिन शेक्सपीयर सारिणी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के सामने वह खुद को बुल्ला मलिक साबित करने में सफल रहा।
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