Corona Vaccine : डीसीजीआइ ने कहा, चार से छह हफ्ते में मिलनी चाहिए टीके की दूसरी खुराक
डीसीजीआइ द्वारा दी गई मंजूरी के दस्तावेज में कहा गया है कि यह टीका 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में एक्टिव इम्यूनाइजेशन के लिए है। दूसरी खुराक चार से छह हफ्ते के अंतराल पर दी जानी चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। वैक्सीन की पहली खुराक के चार से छह हफ्ते बाद दूसरी खुराक दी जानी चाहिए। सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देते हुए दवा नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DCGI) ने यह बात कही है। डीसीजीआइ (DCGI) ने रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है।
मंजूरी के दस्तावेज में कहा गया, 'यह टीका 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में एक्टिव इम्यूनाइजेशन के लिए है। दूसरी खुराक चार से छह हफ्ते के अंतराल पर दी जानी चाहिए। विदेश के कुछ अध्ययनों में 12 हफ्ते तक के अंतराल पर दूसरी खुराक देने के डाटा भी उपलब्ध हैं।' डीसीजीआइ ने दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर छह महीने तक टीके के भंडारण और खुलने के बाद जल्द से जल्द प्रयोग की बात कही है। खुलने के बाद दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर इसे छह घंटे तक रखा जा सकता है।
देश को कई साल पीछे ले गई कोरोना महामारी : डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) ने सोमवार को कहा कि कोरोना महामारी ने वक्त का पहिया कई साल पीछे घुमा दिया है। लॉकडाउन के कारण बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाए और अब बड़े पैमाने पर टीकाकरण (Vaccination) के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'लॉकडाउन ने कई मुश्किलें पैदा कीं। इस दौरान रणनीतिक सोच और विचारपूर्ण नेतृत्व अहम था। साथ ही सामाजिक प्रतिबद्धता की सबसे ज्यादा जरूरत थी। चिकित्सक किसी भी समाज की रीढ़ होते हैं। अगर हमारे चिकित्सक प्रतिबद्ध हैं तो चीजें अपने आप व्यवस्थित हो जाती हैं।' केंद्रीय मंत्री ने कोरोना काल में सरकार की ओर से उठाए गए विभिन्न कदमों का भी जिक्र किया।