अब वैज्ञानिकों ने हार्ट की समस्या के निपटारे के लिए डेवलप किए 3डी हार्ट टिशू, जानिए क्या हैं ये
अमेरिका में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अपनी लैब में एक नया 3डी टिशू डेवलप किया है इसकी बदौलत हृदय रोग से पीड़ित बीमारों की मदद हो सकेगी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। देश दुनिया के वैज्ञानिक नित नई खोज करने में लगे हुए हैं। कुछ वैज्ञानिक मानव शरीर की संरचना को लेकर खोज कर रहे हैं तो कुछ वैज्ञानिक आधुनिक मशीनें बनाने में लगे हुए हैं। मानव शरीर में तमाम तरह की बीमारियों को बिना किसी तरह के आपरेशन के ठीक करने के लिए अब नए तरह के टिशू की खोज की जा रही है। इस दिशा में वैज्ञानिकों ने एक कदम आगे बढ़ाया है। इसके तहत अब वो मानव शरीर के डैमेज टिशू को इस स्टेम सेल के जरिए ठीक कर पाएंगे। इससे शरीर में चीरफाड़ करने से छुटकारा मिल जाएगा।
अमेरिका और वाशिंगटन के वैज्ञानिकों ने की खोज
अमेरिका में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अपनी लैब में एक नया 3डी टिशू डेवलप किया है। इस टिशू की बदौलत वैज्ञानिकों ने दिल की बाहरी परत से हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं और कोशिकाओं के संयोजन का परीक्षण करने के लिए एक प्रयोगशाला में विकसित 3 डी मानव हृदय ऊतक का इस्तेमाल किया। इसमें उन्हें कुछ हद तक सफलता भी मिली है। इसी के बाद वैज्ञानिकों ने ये दावा किया है कि मानव शरीर के डैमेज टिशू को ठीक करने की दिशा में एक नई स्टेम सेल की खोज की जा चुकी है। इस खोज के बाद अब वैज्ञानिकों का दावा है कि वो इससे दिल की बीमारियों का इलाज कर पाएंगे।
हार्ट के डैमेज सेल्स को ठीक करने में मिलेगी मदद
वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने जिस नए 3डी हार्ट टिशू की खोज की है उससे वो हृदय कोशिकाओं की मरम्मत में इस्तेमाल कर पाएंगे। इन टिशू के जरिए हार्ट की डैमेज सेल को रिपेयर करने में मदद मिलेगी। उसके लिए शरीर में चीरफाड नहीं करना होगा। वो काम ये सेल्स करेंगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि स्टेम सेल और हृदय कोशिकाओं का एक संयोजन दिल के क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को रोकने में मदद कर सकता है। इस शोध से पता चलता है कि यदि ये शोध कामयाब हो गया तो प्रत्यारोपण की आवश्यकता को टाला जा सकता है। जो बीमार होंगे उनकी इस सेल के जरिए मदद की जाएगी। उनका इलाज आसान हो सकेगा।
स्टेम और हृदय कोशिकाओं का कॉम्बिनेशन दिल के दौरे से उबरने में मदद कर सकता है
वैज्ञानिकों का मानना है कि वे क्षतिग्रस्त ऊतकों की मरम्मत में मदद करने के लिए स्टेम सेल का उपयोग करके दिल की मरम्मत करेंगे। उन्होंने पाया कि स्टेम कोशिकाओं ने मांसपेशियों की कोशिकाओं को फिर से विकसित करने में मदद की है। इनके उपयोग से आराम करने की उनकी क्षमता में सुधार किया। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के डॉ. जोहान्स बर्गेह्र ने कहा कि वो जो रिसर्च कर रहे हैं उससे हार्ट में होने वाली समस्याओं को खत्म करने में मदद मिलेगी। इस नए 3डी टिशू के जरिए हार्ट की डैमेज होने वाली सेल्स को पहले ही रिपेयर कर लिया जाएगा।
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