मध्य प्रदेश में स्कूल का लिपिक निकला छह करोड़ का आसामी, शिक्षकों की शिकायत पर छापेमारी
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड-3 लिपिक महेंद्र प्रताप सिंह छह करोड़ रुपये का आसामी निकला है।
रीवा, जेएनएन। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड-3 लिपिक महेंद्र प्रताप सिंह छह करोड़ रुपये का आसामी निकला है। आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) भोपाल से मिली शिकायत के आधार पर शुक्रवार सुबह ईओडब्ल्यू की रीवा टीम ने शाहपुर थाना के गनिगवा गांव स्थित महेंद्र प्रताप के घर पर दबिश दी। टीम को उसके पास करीब छह करोड़ रुपये की संपत्ति होने के दस्तावेज मिले हैं।
शिक्षकों ने की थी शिकायत
पहाड़ी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ महेंद्र प्रताप की शिकायत दो दर्जन से अधिक शिक्षकों ने शपथपत्र के साथ की थी। ईओडब्ल्यू टीम के प्रभारी प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि महेंद्र के घर से अलग-अलग नामों की 12 बैंक पासबुक मिली हैं। हालांकि इसमें जमा राशि अंकित नहीं है। ये पासबुक हनुमना, रीवा व मनगवां सहित अन्य स्थानों की बैंकों की हैं।
महेंद्र के पास इतनी संपत्ति
- एक फार्च्यून कार, दो बोलेरो, दो जेसीबी, तीन ट्रैक्टर, एक बाइक- कुल कीमत करीब दो करोड़ रुपये
- 22 अलग-अलग स्थानों पर खेती योग्य 24 एकड़ जमीन- कीमत करीब 56 लाख रुपये।
- इंदौर में मकान की कीमत- करीब 35 लाख रुपये।
- 30 हजार वर्गफीट में स्कूल भवन- कीमत करीब 65 लाख रुपये
- गनिगवा में आलीशान मकान- कीमत करीब 60 लाख रुपये
12 बैंक पासबुक बरामद
ईओडब्ल्यू टीम के प्रभारी प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि महेंद्र के घर से अलग-अलग नामों की 12 बैंक पासबुक बरामद हुई हैं। हालांकि इसमें जमा राशि अंकित नहीं है। ये पासबुक हनुमना, रीवा एवं मनगवां सहित अन्य स्थानों की बैंकों की हैं। बैंकों से जानकारी लेने के बाद ही इनमें जमा राशि की जानकारी मिल पाएगी।
छानबीन जारी
ईओडब्ल्यू रीवा के एसपी वीरेंद्र जैन ने कहा कि महेंद्र प्रताप सिंह के यहां दी गई दबिश में अब तक करीब छह करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। बैंक पासबुक की राशि और बीमा पॉलिसी का पता लगाया जा रहा है। जानने का प्रयास कर रहे हैं कि उसे अब तक कितना वेतन मिला है।