सरबजीत की मौत से पूरा देश मर्माहत: नीतीश
कुशीनगर [जागरण संवाददाता]। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरबजीत की मौत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से देश की विदेश नीति को जिम्मेदार ठहराया है। यूपीए सरकार का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि इस स्थिति के लिए पूरा घटनाचक्र जिम्मेदार है। यदि समय से उन्हें भारत लाया गया होता तो उन्हें बचाया जा सकता था। सरबजीत की मौत से पूरा देश मर्माहत है।
कुशीनगर [जागरण संवाददाता]। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरबजीत की मौत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से देश की विदेश नीति को जिम्मेदार ठहराया है। यूपीए सरकार का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि इस स्थिति के लिए पूरा घटनाचक्र जिम्मेदार है। यदि समय से उन्हें भारत लाया गया होता तो उन्हें बचाया जा सकता था। सरबजीत की मौत से पूरा देश मर्माहत है।
कुमार गुरुवार सुबह कुशीनगर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। बिहार के गोपालगंज से सेवा यात्रा की शुरुआत करने से पूर्व नितीश कुमार भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर पहुंचे। सुबह लगभग आठ बजे स्टेट प्लेन से कसया हवाई पट्टी पर उतरने के बाद वह सीधे कुशीनगर गए। उन्होंने यहां भगवान बुद्ध की लेटी प्रतिमा का दर्शन किया। वह यहां आधे घंटे तक रहे। माना जा रहा है कि उन्होंने भगवान बुद्ध की प्रतिमा का पूजन कर सेवा यात्रा की कामयाबी की कामना की।
दर्शन के बाद लौटते समय पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में नीतीश कुमार ने पाकिस्तान में भारतीय कैदी सरबजीत की मौत को सभी भारतीयों के लिए दुखद घटना बताया और कहा कि हम सभी चाहते थे कि सरबजीत सकुशल भारत लौटें लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
यह पूछे जाने पर कि सरबजीत की रिहाई न हो पाने के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं, नीतीश कुमार ने कहा कि इसके लिए पूरा घटनाचक्र जिम्मेदार है। अप्रत्यक्ष रूप से भारत की विदेश नीति की तरफ संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि कोई न कोई कमी जरूर रह गई जिसके कारण उनकी रिहाई नहीं हो सकी। जेल में हमला होने के बाद यदि ठीक से इलाज हुआ होता तो शायद उनकी जान बच जाती।
एनडीए एवं जनता दल यू के संबंधों तथा नरेंद्र मोदी से जुड़े सवालों पर उन्होंने कुछ भी कहने की बजाय मुस्कराकर हाथ जोड़ लिया और आगे बढ़ गए।
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