सबरजीत मामला फिर गरमाया, बहन को इंसाफ की आस
आज मैं शुक्त्रगुजार हूं 'दैनिक जागरण' का जो सरबजीत को इंसाफ दिलाने के लिए एक नहीं बल्कि दो चश्मदीद गवाह सुनील मसीह एवं दिलबाग सिंह को दुनिया के सामने लेकर आया है। यह मामला अब सरबजीत के इंसाफ के साथ-साथ देश की अखंडता के साथ जुड़ गया है। किस तरह पाकिस्तान साजिशें रचता है, यह साफ हो गया है।
रमेश शुक्ला 'सफर', अमृतसर। आज मैं शुक्त्रगुजार हूं 'दैनिक जागरण' का जो सरबजीत को इंसाफ दिलाने के लिए एक नहीं बल्कि दो चश्मदीद गवाह सुनील मसीह एवं दिलबाग सिंह को दुनिया के सामने लेकर आया है। यह मामला अब सरबजीत के इंसाफ के साथ-साथ देश की अखंडता के साथ जुड़ गया है। किस तरह पाकिस्तान साजिशें रचता है, यह साफ हो गया है।
नए खुलासे से गर्माया सरबजीत मामला
सरबजीत की हत्या पाकिस्तान की साजिश थी। इसी मामले में आज ही राहुल गांधी से कल का समय मिला है, मंगलवार को उनसे मिलकर मैं सारी बात रखूंगी। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद इस समय विदेश दौरे पर हैं, उनके लौटते ही उनसे भी मुलाकात होगी। मुलाकात का समय मिल गया है, तारीख व समय मिलना बाकी है। यह कहते हुए दिल्ली से फोन पर सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने 'दैनिक जागरण' के इस संवाददाता से ढेर सारी बातें की।
धमकियों के बाद स्वीडन में ली सरबजीत के वकील ने शरण
दलबीर कौर ने कहा कि 'वैसे तो मैं दिल्ली से लौट ही रही थी कि एससीएसटी के चैयरमैन पीएल पूनिया ने आपकी खबर पढ़कर मुझे फोन कर बुलाया। मैंने उन्हें दैनिक जागरण का हवाला देकर सारी बात बताई। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सरबजीत को इंसाफ मिलेगा। वो खुद दिलबाग सिंह व सुनील मसीह से मिलकर सारी जानकारी हासिल करेंगे'।
दैनिक जागरण की हेडिंग 'पाकिस्तान नहीं शरीफ', बनी नारा दैनिक जागरण द्वारा सोमवार को प्रकाशित खबर की हेडिंग 'पाकिस्तान नहीं शरीफ' को सरबजीत को इंसाफ दिलाने के लिए छेड़ी गई लड़ाई में बहन दलबीर कौर ने यही 'नारा' दिया है। वह कहती है कि सरबजीत की हत्या के चश्मदीद गवाह एक नहीं दो हैं। दोनों गवाह साबित कर रहे हैं कि सरबजीत की जेल हत्या हुई थी। मेरा नारा 'पाकिस्तान नहीं शरीफ' के साथ-साथ 'सरबजीत को चाहिए इंसाफ' है। इसी नारे के साथ एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का चेहरा 'बेनकाब' करूंगी।
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