संघ के स्वयंसेवकों ने स्वच्छता सैनिकों के पैर धोकर किया सम्मान
सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए ब्राह्मण क्षत्रिय और वैश्य तीनों वर्ग के लोगों ने धोए पैर।
होशंगाबाद, नईदुनिया। कोरोना संकटकाल में मध्य प्रदेश में इटारसी के स्वच्छता सैनिकों ने दिन-रात अपनी सेवाएं देते हुए नगर को साफ रखा। कोरोना योद्धा के रूप में कंटेनमेंट जोन से लेकर पूरे शहर को स्वच्छ बनाने में अपनी सेवा निरंतर देते आ रहे हैं। इस कार्य की सराहना और उत्साहवर्धन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों ने शुक्रवार को शहर के स्वच्छता सैनिकों के पैर धोकर उनका सम्मान किया। सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य तीनों वर्ग के लोगों ने पैर धोए।
सर्वप्रथम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक सुरेंद्र सिंह सोलंकी, विद्या भारती सरस्वती शिक्षा समिति के कल्पेश अग्रवाल और यंग थिंकर्स फोरम के डॉ. वैभव शर्मा ने सभी स्वच्छता दूतों के पैर धोए। इस दौरान स्वयंसेवकों ने उन पर पुष्प वर्षा की और उनके प्रति आदर का भाव प्रकट किया। साथ ही स्वच्छता सैनिकों को ड्यूटी पर जाने से पूर्व जलपान भी कराया गया।
विद्या भारती सरस्वती शिक्षा समिति के कोषाध्यक्ष विक्रम सोनी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में हमारे स्वच्छता सैनिक अत्यंत जोखिम पूर्ण कार्य कर रहे हैं। कंटेनमेंट क्षेत्र की सफाई, सैनिटाइजर का छिड़काव आदि कार्य में उनका सराहनीय योगदान रहा है। शहर कोरोना रोग से जो धीरे-धीरे मुक्त हो रहा है। उसमें हमारे स्वच्छता सैनिकों की मुख्य भूमिका है। चुनौती अभी खत्म नहीं हुई है। हमें संभलकर चलना होगा।
इससे पहले भी संघ लॉकडाउन में हर प्रकार की मदद करने के लिए सामने आता रहा है। हाल ही में राजस्थान से दूसरे राज्यों में और दूसरे राज्यों से राजस्थान में आ रहे प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक भी जुटे। स्वयंसेवकों की ओर से श्रमिकों को भोजन के पैकेट, पानी की बोतलें और अन्य सामग्री दी गई। इनकी सहायता के लिए संघ के क्षेत्र सेवा प्रमुख शिवलहरी ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय राजमार्गो पर भी सक्रिय होने के निर्देश दिए गए।