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बिक्रम की शहादत से सन्नाटा छाया

जम्मू के सांबा क्षेत्र में आतंकी मुठभेड़ में शहीद चंडीगढ़ के लेफ्टिनेंट कर्नल बिक्रमजीत सिंह का शव सायं लगभग 7 बजे सेना के हेलीकॉप्टर से पश्चिमी कमान के मुख्यालय चंडी मंदिर लाया गया। वहां से उनकी पार्थिव देह को सेक्टर-1

By Edited By: Published: Fri, 27 Sep 2013 12:15 AM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2013 05:31 AM (IST)
बिक्रम की शहादत से सन्नाटा छाया

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। जम्मू के सांबा क्षेत्र में आतंकी मुठभेड़ में शहीद चंडीगढ़ के लेफ्टिनेंट कर्नल बिक्रमजीत सिंह का शव सायं लगभग 7 बजे सेना के हेलीकॉप्टर से पश्चिमी कमान के मुख्यालय चंडी मंदिर लाया गया। वहां से उनकी पार्थिव देह को सेक्टर-18 स्थित उनकी कोठी 210 में ले जाया गया।

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ब्रिगेडियर आरएस मान ने पश्चिमी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फिलिप कंबोज का शोक संदेश शहीद ब्रिकमजीत सिंह के परिजनों को दिया। उनकी शहादत की खबर पहुंचते ही शहर में सन्नाटा छा गया। उनके घर पर परिजनों को सांत्वना देने के लिए रिश्तेदार, परिचित और सैन्य अधिकारी पहुंचने शुरू हो गए।

बिक्रम के पिता मेजर परमजीत सिंह और माता लवप्रीत कौर गहन सदमे में आ गए। बिक्रम के परिवार में उनकी पत्नी नवनीत कौर और 8 वर्षीय बेटी है। ब्रिकम की उम्र 40 साल के लगभग थी। लेफ्टिनेंट कर्नल बिक्रम सेना की 16 कैवेलरी में 14 साल से सेवारत थे। कुछ समय पहले उन्हें गंगानगर से ट्रांसफर होकर जम्मू के सांबा क्षेत्र में तैनात किया गया था। उनकी अंत्येष्टि शुक्रवार को की जाएगी।

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