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साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता को NRC में नहीं किया गया शामिल

साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित और असम नेपाली साहित्य सभा के अध्यक्ष दुर्गा खतीवाड़ा का नाम 26 जून को जारी की गई सूची में शामिल नहीं किया गया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 30 Jun 2019 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 11:30 PM (IST)
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता को NRC में नहीं किया गया शामिल
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता को NRC में नहीं किया गया शामिल

गुवाहाटी, प्रेट्र। राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के अंतिम मसौदे में साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता दुर्गा खतीवाड़ा और असम आंदोलन की पहली महिला शहीद बैजयंती देवी के परिजनों को शामिल नहीं किया गया है। स्वतंत्रता सेनानी छविलाल उपाध्याय की परपोती मंजू देवी को भी सूची में स्थान नहीं दिया गया है। यह बात गोरखाओं के एक संगठन ने कही।

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भारतीय गोरखा परिसंघ के राष्ट्रीय सचिव नंदा किराती दीवान ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर इन लोगों के नाम सूची में शामिल नहीं किए जाते हैं तो वह कोर्ट में अपील करेंगे।

बता दें कि 1979 में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन ने राज्य में अवैध अप्रवासियों की पहचान करके उन्हें बाहर निकालने के लिए छह साल लंबे असम आंदोलन की शुरुआत की थी। बाद में 15 अगस्त 1985 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौजूदगी में असम समझौते पर हस्ताक्षर के साथ इसका समापन हुआ था।

दीवान ने कहा कि साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित और असम नेपाली साहित्य सभा के अध्यक्ष दुर्गा खतीवाड़ा का नाम 26 जून को जारी की गई सूची में शामिल नहीं किया गया। हालांकि उनके सभी परिजनों का नाम सूची में है। बैजयंती देवी के पिता अमर उपाध्याय ने कहा कि उनके पोते रोहिताक्ष और मिहिरन के नाम के साथ उनकी मां निर्मला देवी का भी नाम सूची में नहीं है।

गोरखा नेता दीवान ने कहा कि सूची में शामिल नहीं किए जाने का एक महत्वपूर्ण मामला गोरखा बहुल तेजपुर का है। यहां पर स्वतंत्रता सेनानी छोटेलाल उपाध्याय की बड़ी पोती मंजू देवी को भी अंतिम मसौदा सूची में स्थान नहीं दिया गया है। मंजू देवी असम में कांग्रेस की संस्थापक थीं।

गौरतलब है कि पिछले साल 30 जुलाई को प्रकाशित मसौदे में 3.29 करोड़ के कुल आवेदकों में से 2.9 करोड़ लोगों के नाम शामिल थे, जिसमें 40 लाख लोगों को छोड़ दिया गया था।


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