सचिन तेंदुलकर के सलाम ने बदल दी मड्डाराम की जिंदगी, सहायता करनेवालों की लगी होड़
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 36 किमी दूर कटेकल्याण ब्लॉक के ग्राम बेंगलुरु मांझीपारा निवासी मड्डाराम की जिंदगी बदलती जा रही है।
जगदलपुर, अनुराग शुक्ला। यह सही है कि किसी आम व्यक्ति पर सेलीब्रिटी की नजर पड़ते ही पूरी दुनिया की उसपर नजरें इनायत होने लगती हैं। वह खास बन जाता है। ऐसे में अगर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर किसी के जज्बे को सलाम का पैगाम भेजें तो उसकी जिंदगी बदलनी तय है ही। दंतेवाड़ा जिले के बेंगलुरु गांव निवासी 17 वर्षीय दिव्यांग बालक मड्डाराम का क्रिकेट खेलता वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था। वीडियो में दोनों पैर से दिव्यांग मड्डाराम दोस्तों के साथ पूरे उत्साह में दिखते हैं। वह बैटिंग के दौरान हाथों के सहारे ही रन लेते दिखाई देते हैं। सचिन की नजर भी वायरल वीडियो पर पड़ी तो उन्होंने हौसला बढ़ाते हुए ट्वीट किया। मड्डाराम को व्यक्तिगत पत्र भी भेजा। इसका असर यह हुआ कि स्थानीय लोग भी मड्डाराम की सहायता के लिए आगे आए। अब उनको क्रिकेट अकादमी में भेजने की तैयारी हो रही है।
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 36 किमी दूर कटेकल्याण ब्लॉक के ग्राम बेंगलुरु मांझीपारा निवासी मड्डाराम की जिंदगी बदलती जा रही है। अब वह एजुकेशन सिटी के नाम से चर्चित जावंगा में पढ़ने जाते हैं। कक्षा आठवीं में उनका दाखिला हो गया है। खेल दिवस पर बस्तर सांसद के दीपक बैज ने उनकी शिक्षा के साथ खेल के लिए हरसंभव मदद करने की बात कही। उन्होंने दंतेवाड़ा कलेक्टर से इसपर व्यक्तिगत चर्चा भी की। सांसद की पहल पर जिला प्रशासन मड्डाराम को अब नागपुर की क्रिकेट अकादमी भेजने की तैयारी में है।
लोकप्रियता कमाने की मची होड़
आदिवासी अंचल के मड्डाराम को कोई नहीं जानता था। सचिन तेंदुलकर के ट्वीट से जैसे ही वह देश-दुनिया के सामने आए, सहायता के लिए आगे आने वालों की होड़ भी मच गई है। महाराष्ट्र के नागपुर की एक अकादमी ने प्रशिक्षण का प्रस्ताव भेजा है। पुणे की एक अन्य अकादमी ने भी कोचिंग की पहल की है।