ऑक्सीजन की समस्या को लेकर एस जयशंकर बोले, इसके उत्पादन बढ़ाने पर देना होगा जोर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि उत्पाद बढ़ाने के लिए हम पर जो भी दबाव है मैं उम्मीद करता हूं कि एक देश एक अर्थव्यवस्था और एक उद्योग की तरह हम सभी इसे एक संदेश की तरह लेंगे कि हमें अपने यहां इसे बहुत मजबूत बनाने की जरूरत है।
नई दिल्ली, एएनआइ। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक वर्चुअल बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बहुत ज्यादा बढ़ी है यह समय है कि हम ध्यान दें कि हम कैसे अपनी क्षमताएं बढ़ाएं ताकि भविष्य में इस तरह कि स्थिति का सामना कर सकें। उत्पादन बढ़ाने के लिए हम पर जो भी दबाव है, मैं उम्मीद करता हूं कि एक देश, एक अर्थव्यवस्था और एक उद्योग की तरह हम सभी इसे एक संदेश की तरह लेंगे कि हमें अपने यहां इसे बहुत मजबूत बनाने की जरूरत है।
विदेश में वैक्सीन के निर्यात को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं उनकी मानसिकता और समझ छोटी है। उन्होंने कहा कि भारत एक हाथ से देता है तो दूसरे हाथ से लेता भी है। अगर हमने दूसरे देशों को निर्यात रोक दिया तो फिर हम उनसे किस मुंह से अपनी जरूरत की मांग करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय एवं उप-क्षेत्रीय संगठनों के बीच सहयोग बढ़ाने के विषय पर खुली बहस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले 75 वर्षों के दौरान संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय संगठनों के बीच सहयोग का तर्कसंगत मूल्यांकन हमारे भविष्य के संवादों के लिए एक अच्छा आधार प्रदान करेगा।
वहीं, इसके पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नाहयान से बातचीत की थी। जिसमें दोनों नेताओं ने कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा की थी।