एनआरसी को लेकर पश्चिम बंगाल में अफवाह, भीड़ ने बीस वर्षीय महिला का जलाया घर
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में अफवाह फैल गई कि 20 वर्षीय महिला एनआरसी से बचने के लिए अपना डाटा संग्रह कर रही थी और भीड़ ने उस महिला का घर जला दिया।
कोलकाता, पीटीआइ। भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर पूरे देश में अफवाहों का बाजार गर्म है। एनआरसी को लेकर लोग तरह-तरह की अफवाह उड़ा रहे हैं। ऐसी ही एक अफवाह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में भी फैल गई। जहां एक महिला पर एनआरसी का डाटा संग्रह करने पर भीड़ उग्र हो गई और महिला का घर आग के हवाले कर दिया।
बता दें कि 20 वर्षीय महिला से भीड़ ने सवाल जवाब किए और उस पर घुसपैठिया का आरोप लगाते हुए कहा कि वह (महिला) एनआरसी से बचने के लिए अपना डाटा संग्रह कर रही थी।
एनआरसी और सीएए को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। खासकर असम के बाद पश्चिम बंगाल में एनआरसी को लेकर सबसे ज्यादा लोगों में भय बना हुआ है। असम में पहले ही एनआरसी लागू कर दिया गया है। वहीं, अब सीएए के विरोध के तले ऐसी बात चल रही है कि सरकार पूरे देश में एनआरसी लागू करने वाली है।
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता, सिलीगुड़ी के बाद हिल्स इलाके में महाजुलूस निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। हालांकि केंद्र सरकार के इस कानून के खिलाफ आंदोलन पहले से जारी है। इसी क्रम में दार्जिलिंग शहर में इस कानून के खिलाफ मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महाजुलूस निकला गया था।