संघ प्रमुख मोहन भागवत का यक्ष सवाल, आदिवासी इलाकों में क्यों बढ़ रही है पत्थलगड़ी की घटनाएं
आदिवासी हितों के लिए केंद व राज्य सरकार की ढेरों योजनाएं अमल में है तो फिर पत्थलगड़ी जैसी घटनाएं क्यों हो रही हैं।
रायपुर [ नई दुनिया ] । संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आदिवासी हितों के लिए केंद व राज्य सरकार की ढेरों योजनाएं अमल में है तो फिर पत्थलगड़ी जैसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। उन्होंने यह सवाल छत्तीसगढ़ के रायपुर में 'भारत के जनजातियों की अस्मिता एवं अस्तित्व' विषय पर आयोजित वनवासी कल्याण आश्रम की दो दिवसीय कार्यशाला में किया। इस कार्यशाला का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुभारंभ किया।
भागवत ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह देखना भी अहम होगा कि इसका समाज और सरकार पर क्या असर पड़ रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल प्रबुद्घ लोगों ने संघ प्रमुख के एक-एक सवाल का तार्किक जवाब दिया। भागवत को बताया गया कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं आखिरी व्यक्ति तक नहीं पहुंच रही हैं, जिसका परिणाम पत्थलगड़ी के रूप में देखने को मिल रहा है।
भागवत को बताया गया कि ईसाई मिशनरी सरकार के खिलाफ काम कर रही हैं और आदिवासियों को भड़काने में जुटी हैं। यही नहीं, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बताया कि चुनावी लाभ के लिए विरोधी दल के लोग पत्थलगड़ी करवा रहे हैं। यह भी प्रचार किया जा रहा है कि संघ और भाजपा आरक्षण को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। इस भ्रम को तोड़ने के लिए ठोस रणनीति बुधवार को बनेगी।