रोज वैली घोटाले के आरोपी TMC सांसद बोले- बाबुल सुप्रियो ने मुझे उकसाया था
रोज वैली घोटाले के आरोपी और तृणमूल कॉंग्रेस के सांसद तापस पाल ने अब बाबुल सुप्रियो पर उकसाने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गए रोज वैली चिटफंड मामले के आरोपी और तूणमूल कॉंग्रेस सांसद तापस पाल ने अब इस मामले में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी घसीट लिया है।
सीबीआई के द्वारा पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर लिये जाने से पहले पाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा- “मैं निर्दोष हूं, मैं इस मामले में कहीं से भी शामिल नहीं हूं और असली सच जल्द ही सबके सामने आ जाएगा। मैंने बाबुल सुप्रियो औऱ कुछ और भी लोगों के नाम लिये हैं।”
“मैं अपने उपर लगे सारे आरोपों को नकारता हूं। मुझे मालूम है कि मैंने कभी किसी से इस तरह का फायदा नहीं लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबुल सुप्रियो ने मुझे इस घोटाले के लिए उकसाया था और वे पूरी तरह से इस मामले में शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे मंत्री और नेता भी हैं जो हजारों करोड़ो के चिटफंड घोटाले में पूरी तरह से लिप्त हैं।”
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आपको बता दें कि टीएमसी नेता और सांसद तापस पाल को 30 दिसंबर को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें भुवनेश्वर ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें शनिवार को स्पेशल कोर्ट के द्वारा तीन दिन के लिए सीबीआई कस्टडी में भेजा गया था। हालांकि बाबुल सुप्रियो वहां पहुंच नहीं सके, पश्चिम बंगाल के भाजपा सचिव सुरेश पुजारी ने सुरेश पाल के बयान को अर्थहीन बताया। उन्होंने कहा कि जब पाल ने बाबुल सुप्रियो पर आरोप लगाया है इसका मतलब वे खुद इस मामले में अपने लिप्त होने की बात स्वीकार कर रहे हैं।
पाल ने अपने बयान में ये भी कहा कि उन्होंने खुफिया एजेंसी को इस मामले में शामिल काफी लोगों के नाम सुझाये हैं साथ ही उन्हें इससे संबंधित सूचनायें भी दी हैं। उन्होंने ये दावा भी किया कि वे इस मामले में किसी भी तरह से शामिल नहीं हैं और उन्हें बस फंसाया गया है।
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एक वरिष्ठ सीबीआई अधिकार के अनुसार, तापस पाल, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और कई राज्यों में चिट फंड घोटालों के आरोपी हैं। उन पर ये भी आरोप हैं कि वे कंपनी को प्रमोट करने के लिए लोगों को रुपए जमा करने के लिए गुमराह कर रहे थे। साथ ही उनपर अपने परिवार के सदस्यों को कंपनी में सीनियर पोस्ट देने का भी आरोप है।
सीबीआई द्वारा दाखिल की गयी चार्जशीट में पोंजी फर्म में 17,000 करोड़ रुपये घोटाले की बात का जिक्र किया गया है। जिसमें 450 करोड़ रुपये सिर्फ उड़ीसा में घोटाले हुए हैं। ये कंपनी उड़ीसा के 28 शाखाओं में सक्रिय है।
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